छत्तीसगढ़ के रण में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद अब आखिरकार सूबे के मुख्यमंत्री का ऐलान कर दिया गया है. पार्टी आलाकमान ने छत्तीसगढ़ के पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर चुना है. मिली जानकारी के अनुसार, रायपुर में पार्टी के राज्य मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में आयोजित हुई एक बैठक में, जिसमें पार्टी के सभी 54 विधायक मौजूद थे, विष्णुदेव साय को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया...
बता दें कि, विष्णुदेव साय को सरगुजा संभाग की कुनकुरी सीट से जनता ने अपने विधायक के तौर पर चुना है, यहां भाजपा ने सभी 14 क्षेत्रों में जबरदस्त जीत का परचम लहराया है. वहीं सूबे के मुखिया और भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने पर प्रदेश के नए-नवेले सीएम विष्णुदेव साय का हालिया बयान सामने आया है.
सीएम चुने जाने पर क्या बोले विष्णुदेव साय?
उन्होंने अपनी नियुक्ति के बाद, 54 विधायकों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री मोदी की सभी गारंटी को पूरा करने का प्रयास करने की बाच कही. साथ ही अपनी सरकार द्वारा जनता के लिए काम करने का वादा किया.
बता दें कि छत्तीसगढ़ के नए सीएम विष्णुदेव साय ने नियुक्ति के बाद कहा कि, वे बतौर मुख्यमंत्री अपनी सरकार के जरिए से प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी और पार्टी के चुनावी वादे पूरा करने की हर संभव कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि, उनके कार्यकाल में सबसे पहले कार्य आवास योजना के लाभार्थियों के लिए 18 लाख घरों को मंजूरी देना होगा.
ऐसा रहा सीएम विष्णुदेव साय का सियासी सफर...
भाजपा और विष्णुदेव साय का साथ पुरान है, उन्होंने समय-समय पर पार्टी के तमाम पदों की जिम्मेदारी संभाली है. न सिर्फ ये, बल्कि उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व में भी तमाम बड़े दायित्व का निर्वहन किया है. बता दें कि, उन्हें साल 2018 में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, इसके बाद वे भाजपा में राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य के पद पर भी रहें. इसके अलावा वे मोदी की कैबिनेट 16वीं लोकसभा के दौरान राज्य मंत्री के तौर पर भी तैनात रहे. फिर साल 2023 में, भाजपा ने उन्हें कुनकुरी आदिवासी सीट से बतौर उम्मीदवार मैदान में उतारा तो, उन्होंने 25,541 वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
विष्णुदेव साय को सीएम चुनने वाली अहम बैठक कैसी थी?
छत्तीसगढ़ चुनाव में जबरदस्त जीत के बाद, पक्ष-विपक्ष का प्रेशर पार्टी पर आने लगा था. जनता-नेता सभी का एक ही सवाल था कि आखिर, कौन होगा मुख्यमंत्री? इन सारे सवालों पर विराम लगाते हुए पार्टी आलाकमान ने तीन पर्यवेक्षक चुने, जिनमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और सर्बानंद सोनोवाल और पार्टी महासचिव दुष्यंत कुमार का नाम शामिल था. इन तीनों पर जिम्मेदारी थी तमाम बैठकों के बाद सीएम के लिए सही चेहरा तलाशने की, लिहाजा प्रदेश पार्टी प्रभारी ओम माथुर, केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया और राज्य के लिए पार्टी के सह-प्रभारी नितिन नबीन की मौजूदगी में बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें साय का नाम चुना गया.
Source : News Nation Bureau