विधानसभा की शीतकालीन सत्र की कार्यवाही में मंगलवार को सदन शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा कर दिया. अनुपूरक बजट पर चर्चा का जमकर विरोध जताते हुए विपक्ष ने तर्क दिय कि ये सदन में गलत परंपरा की शुरुआत हो रही है. पहले राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होनी चाहिए. विपक्ष ने अनुपूरक बजट पर चर्चा रोकने की मांग की. 10 हजार करोड़ से भी अधिक का ये बजट राज्य के इतिहास के अब तक का सबसे बड़ा अनुपूरक बजट है.
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अनुपूरक बजट पर चर्चा में सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि रमन सिंह हमें समझाइश दे रहे थे. अगर उन्हीं समझाइश को पालन करते तो विपक्ष में नहीं होते.किसानों की चिंता अगर थी आपको तो क्यों आज बहिर्गमन किया. किसानों के बोनस में डाका डालने वाले किसानों की पीड़ा क्या समझेंगे. किसानों की चिंता करने की विपक्ष को जरूरत नहीं, हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसानों की चिंता कर लेंगे.हमारे घोषणापत्र को कागजी दस्तावेज मत समझिए इस पर जनता ने मुहर लगाया है.
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भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं किया आपने, हम सभी वर्गों का ध्यान रखेंगे. एक्सप्रेस वे और स्काईवाक को लेकर सत्यनारायण शर्मा का निशाना.कहा- सडकों के कमीशन पर रिफंड वाउचर न बनाना पड़ जाए इसलिए विपक्ष चिंतित है. हमारे घोषणापत्र का नकल करने वाले लोग घोषणापत्र पर बात कर रहे. हमारा घोषणापत्र हर वर्ग की राय से तैयार किया गया है. हम हर वादे पूरे करेंगे इसकी चिंता विपक्ष को नहीं होना चाहिए.
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आपने 15 साल घोषणाओं को पूरा नहीं किया इसलिए जनता ने विपक्ष में बैठाया है. हमारी सरकार सभी घोषणाओं को पूरा करेगी. वहीं इस मामले पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा की सरकार के निर्णय जनता के लिए नुकसानदायक साबित होंगे जिस प्रकार से इतना बड़ा अनुपूरक बजट लिया जा रहा है सदन में विशेष अधिकार का हनन हो रहा है इससे सरकार की कार्यप्रणाली समझ आ रही है
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Source : News Nation Bureau