Chhattisgarh Baloda Bazar Violence: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में सोमवार को हुए बवाल के बाद अब वहां सन्नाटा पसरा हुआ है. पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है और चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है. वहीं CCTV कैमरों के जरिए असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा रही है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से इस पूरी घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
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सतनामी समाज का हिंसक प्रदर्शन
सोमवार को सतनामी समाज के आंदोलन ने अचानक हिंसक रूप धारण कर लिया. प्रदर्शनकारियों ने करीब 70 वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सरकारी कार्यालयों में तोड़फोड़ की. लगभग 5000 प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिससे पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड भी ध्वस्त हो गए. बलौदा बाजार के एसपी सदानंद कुमार के मुताबिक, सतनामी समाज के लोगों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आश्वासन दिया था, लेकिन स्थिति अचानक बिगड़ गई. इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
प्रशासन का सख्त रुख
एसपी सदानंद कुमार ने कहा कि उपद्रवियों ने डीएम कार्यालय के परिसर में भी घुसपैठ की और वहां भी तोड़फोड़ और आगजनी की. घटना से संबंधित वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. घटना के बाद नुकसान का आकलन किया जा रहा है और बलौदा बाजार हिंसा की जांच शुरू कर दी गई है.
सतनामी समाज की नाराजगी का कारण
वहीं सतनामी समाज की नाराजगी का मुख्य कारण 15 मई को गिरौदपुरी के मानाकोनी स्थित उनके धार्मिक स्थल पर हुई तोड़फोड़ है. सतनामी समाज इस घटना की जांच केंद्रीय एजेंसी से कराने की मांग कर रहा है. नाराजगी जताते हुए समाज के लोगों ने सोमवार को दशहरा मैदान में विरोध-प्रदर्शन और जिलाधिकारी कार्यालय के घेराव की घोषणा की थी.
70 वाहन जलकर राख
आपको बता दें कि हिंसा में 50 बाइक और दो दर्जन से अधिक कारें जलकर राख हो गईं. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब कर घटना की पूरी जानकारी ली है. उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि जिसने भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बलौदा बाजार में रैली और जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
बहरहाल, बलौदा बाजार में सोमवार को हुई हिंसा ने शहर को झकझोर कर रख दिया है. सतनामी समाज के शांतिपूर्ण प्रदर्शन का दावा अचानक हिंसक हो गया, जिससे कई वाहनों और सरकारी संपत्तियों को भारी नुकसान हुआ है. प्रशासन अब दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी में है और शहर में शांति बहाल करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा द्वारा दिए गए सख्त आदेश इस बात का संकेत हैं कि राज्य सरकार इस घटना को गंभीरता से ले रही है और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा.
HIGHLIGHTS
- बलौदा बाजार में धारा 144 लागू
- 3 प्रदर्शनकारी अरेस्ट
- भारी पुलिस बल तैनात
Source : News Nation Bureau