सरकार ने सोनाखान में माइनिंग लीज दिये जाने पर हैरानी जतायी है. मुख्यमंत्री आज खनिज विभाग की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने हैरत भरे अंदाज में कहा कि अमर शहीद की जमीन पर इस तरह से खनन की इजाजत देना बेहद चिंताजनक है. लिहाजा इसकी समीक्षा की जानी चाहिये. पिछले साल ही सोनाखान में माइनिंग की नीलामी की गयी थी. 600 करोड़ रुपये में ये माइनिंग लीज दी गयी थी.
अनुमान के मुताबिक सोनाखान में करीब 2700 किलो सोने का भंडार है, लेकिन मुख्यमंत्री के इस निर्देश के बाद सोनाखान में माइनिंग पर ब्रेक लग गया है. सोनाखान में माइनिंग लीज की समीक्षा के निर्देश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिये हैं. बैठक में इस बात के निर्देश दिये शहीद वीर नारायण की जन्मभूमि में खनन की अनुमति देना चिंताजनक है, लिहाजा इस बात की समीक्षा की जायेगी, कि किन परिस्थितियों में अमर शहीद की माटी की खुदाई का निर्णय लिया गया.
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब विभागी टीम इस बात की समीक्षा करेगी और फिर मुख्यमंत्री को सौंपी जाने वाली रिपोर्ट के बाद सरकार फैसला करेगी की, कि सोनाखान में माइनिंग की जाये या नहीं.
वहीं मुख्यमंत्री ने आज भारतीय जनता पार्टी में मचे सिर्फ फुटव्वल पर कहा भारतीय जनता पार्टी में जब तक सरकार थी सब को दबा हुआ था अब सब कुछ सामने आ रहा है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने न्यूज स्टेट मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ से एक्सक्लूसिव बातचीत की.
Source : Aditya Namdev