छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान पर आदिवासी महिला के साथ बलात्कार का आरोप लगने के बाद आरोपी समेत तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि कैम्प कमांडर को नियंत्रण कक्ष में संलग्न कर दिया है. सीआरपीएफ के अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि सुकमा जिले के दोरानापाल थाना से 29 जुलाई को एक शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमें 27 जुलाई को डब्बाकोंटा शिविर के समीप एक स्थानीय महिला के साथ बलात्कार किये जाने का आरोप लगाया गया था तथा इस घटना में सीआरपीएफ के एक सिपाही के शामिल होने की बात सामने आयी थी.
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अधिकारियों ने बताया कि शिकायत के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए सीआरपीएफ के छत्तीसगढ़ सेक्टर के पुलिस महानिरीक्षक प्रकाश डी ने शनिवार को डब्बाकोंटा शिविर का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने स्थानीय पुलिस को कानूनी प्रक्रिया में पूर्ण सहयोग देने का आश्वसन दिया.
उन्होंने बताया कि आरोपी सिपाही के साथ ही घटना के समय संतरी ड्यूटी पर तैनात एक हवलदार और सिपाही को कार्य में लापरवाही बरतने के कारण निलंबित कर दिया गया है तथा कैम्प में उच्च अनुशासन बनाए रखने में अक्षम रहे कैम्प कमांडर को तत्काल प्रभाव से नियंत्रण कक्ष में संलग्न करने का आदेश दिया गया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस महानिरीक्षक ने पीडिता और उनके परिवार को भी सहायता देने का आश्वासन दिया है. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में एक आदिवासी महिला ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान पर बलात्कार का आरोप लगाया था. घटना के बाद पुलिस ने जवान दुलीचंद को गिरफ्तार कर लिया था.