साल 2003 में रमन सिंह अपने बेहतरीन काम और साफ छवि के चलते चुनाव जीतकर पहली बार प्रदेश की सत्ता के शीर्ष पर बैठे और लगातार 15 साल तक सत्ता के सिंहासन पर जमे रहे, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में रमन अपना किला बचाने में पूरी तरह से नाकामयाब रहे . जनता ने सत्ता की चाबी कांग्रेस का हाथों में थमा दी . सत्ता परिवर्तन के बाद पूर्व मंत्रियों और विधायकों को आवंटित सरकारी आवास खाली करने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं. इस बीच पूर्व सीएम रमन सिंह कहां रहेंगे. इस पर सस्पेंस बना रहा.
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सूत्रों की मानें तो पहले डॉ. रमन ने पूर्वमंत्री अजय चंद्राकर के बंगले को अपने लिए पसंद किया था. ये आवास उन्होंने सुरक्षा कारणों से चुना था, लेकिन उन्हें ये आवास नहीं मिल पाया. वजह ये रही कि इस आवास को सरकार के मंत्री ताम्रध्वज साहू ने अपने लिए चुना और सरकार ने उन्हें आवंटित कर दिया . अब ख़बर आई कि रमन सिंह अब सरकारी बंगले के लिए कोई आवेदन नहीं देंगे और उन्होंने रमन सिंह ने वीआईपी रोड स्थित अपने निजी आवास मौलश्री विहार में रहने का फैसला लिया है.
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माना ये जा रहा है कि अपने पसंद के बंगले को ताम्रध्वज साहू को एलाट कर देने से पूर्व मुख्यमंत्री आहत हैं और इसलिये वो सरकारी आवास के लिए आवेदन नहीं करेंगे और मौलश्री विहार के अपने निजी आवास में रहेंगे. जिसमें तैयारियां जोरों पर चल रही हैं .
Source : News Nation Bureau