Chhattisgarh Naxal Attack: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिलों में नक्सलियों ने एक बार फिर बड़ा हमला किया है. दरअसल छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के सिलगेर इलाके में नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर आतंक फैलाया हुआ है. इस हमले में कोबरा वाहिनी के दो जवान शहीद हो गए और कई अन्य घायल हो गए हैं. यह घटना 23 जून को हुई, जब जवानों की एक एडवांस पार्टी कैंप सिलगेर से टेकलगुड़े़म की ओर जा रही थी. नक्सलियों ने ट्रक को निशाना बनाकर ब्लास्ट किया, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई.
यह भी पढ़ें: इंदौर-जबलपुर समेत 8 जिलों में मानसून की एंट्री, अगले 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी
हमले की विस्तृत जानकारी
पुलिस के जारी बयान के अनुसार, 201 कोबरा वाहिनी की एडवांस पार्टी ट्रक और मोटरसाइकिल से कैंप टेकलगुड़ेम की ओर बढ़ रही थी. दोपहर करीब तीन बजे नक्सलियों द्वारा प्लांट किए गए आईईडी की चपेट में आकर एक ट्रक विस्फोट का शिकार हो गया. इस हमले में ट्रक के चालक विष्णु आर और सहचालक शैलेन्द्र मौके पर ही शहीद हो गए, जबकि अन्य जवान सुरक्षित रहे. घायल जवानों को तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी चिकित्सा जारी है.
सर्च अभियान और इलाके की घेराबंदी
वहीं आईईडी ब्लास्ट के बाद, पूरे इलाके में सर्च अभियान तेज कर दिया गया है. सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर नक्सलियों की तलाश शुरू कर दी है. इस घटना ने सुरक्षा बलों के सामने नई चुनौतियां पेश की हैं, क्योंकि नक्सली अब भी बस्तर के अंदरूनी इलाकों में सक्रिय हैं और उनकी गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं.
नकली नोटों की बरामदगी
सुकमा जिले में नक्सलियों की एक और बड़ी गतिविधि का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने पहली बार नक्सलियों द्वारा छापे गए नकली नोट बरामद किए हैं. सुरक्षा बलों ने जिले के कोराजगुडा गांव के पास एक जंगली पहाड़ी पर तलाशी अभियान के दौरान नकली नोटों का बड़ा जखीरा और उन्हें छापने में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण जब्त किए हैं.
नकली नोटों के पीछे नक्सलियों की साजिश
आपको बता दें कि सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण जी चव्हाण ने बताया कि नक्सली लंबे समय से बस्तर क्षेत्र के साप्ताहिक बाजारों में नकली नोटों का उपयोग कर भोले-भाले आदिवासियों को ठग रहे थे. चव्हाण ने दावा किया कि नक्सली इस कदम से भारतीय अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे थे. यह पहली बार है जब राज्य में नक्सलियों के नकली नोट बरामद हुए हैं, जिससे नक्सल विरोधी अभियान में एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है.
नक्सलियों के खिलाफ महत्वपूर्ण सफलता
इसके अलावा आपको बता दें कि पुलिस अधीक्षक चव्हाण ने नकली नोटों की बरामदगी को नक्सल विरोधी अभियान में एक महत्वपूर्ण सफलता करार दिया है. तीन दशकों से अधिक समय से नक्सली समस्या से जूझ रहे इस क्षेत्र में यह पहली बार हुआ है जब नकली नोटों का बड़ा जखीरा पकड़ा गया है. इससे नक्सलियों की वित्तीय व्यवस्था और उनकी स्थानीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने की साजिश का खुलासा हुआ है.
HIGHLIGHTS
- छत्तीसगढ़ में बड़ा हादसा
- IED ब्लास्ट में CRPF के दो जवान शहीद
- हादसे में कई घायल
Source : News Nation Bureau