छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में शुक्रवार शाम रावण दहन होने वाला था. तीन लाख से ज्यादा लोग मौजूद थे. लोगों में उल्लास था.यहां पर दशहरा मैदान में लाखों लोग उपस्थित थे. यहां से पचास कदम की दूरी पर रेलवे ट्रैक था और इसके आसपास भी लगभग 40,000 की भीड़ थी. यह लोग दशहरा मेला देखने आए थे. शाम के 6.40 मिनट पर रावण दहन हो रहा था तभी ट्रेन आ गई. एकबारगी लोग दहशत में आ गए. बता दें पंजाब के अमृतसर के चौड़ा बाजार में लोगों के ऊपर ट्रेन चढ़ गई. जिसमें 59 लोगों की मौत हो गई. लोग रावण दहन का आयोजन देखने के लिए रेलवे ट्रैक पर खड़े थे.
यह भी पढ़ें ः तस्वीरों में देखें अमृतसर रेल हादसे का खौफनाक मंज़र, जब चारों तरफ मच गई थी चीख-पुकार
राजधानी रायपुर के डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में अमृतसर से बड़ा हादसा हो सकता था, अगर यहां का आरपीएस अमला और आयोजन मंडल के सदस्यों के बीच तालमेल नहीं होता. तालमेल के चलते लगभग 40 से ज्यादा जवानों को ट्रैक पर रखा गया था ताकि जब ट्रेन आए तो ट्रेन की स्पीड भी कम कराई जा सके और साथ ही कोई दुर्घटना ना हो पाए. और हुआ भी यही. ट्रेन आसानी से गुजर गई और हादसा टल गया. क्योंकि दो घंटे पहले ही रेलवे और जीआरपी के कार्यक्रम स्थल के पास पहुंच गए थे. ट्रैक पर काफी दूर तक जवान खड़े थे और रेलवे क्रॉसिंग को बंद कर दिया गया था.
Source : News Nation Bureau