छत्तीसगढ़ की राज्यपाल और मुख्यमंत्री समेत कई नेताओं ने राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रध्दांजलि दी. जोगी का अंतिम संस्कार 30 मई को पूरे राजकीय सम्मान के साथ गौरेला में किया जायेगा. राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज यहां बताया कि राज्यपाल अनुसुईया उइके ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निवास स्थान ‘सागौन बंगला’ में पहुंचकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की.
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अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल ने जोगी की पत्नी रेणु जोगी और पुत्र अमित जोगी से मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी आज देर शाम सागौन बंगले पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री जोगी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
बघेल ने जोगी की पत्नी रेणु जोगी और पुत्र अमित जोगी से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की और उन्हें ढांढस बंधाया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अजीत जोगी के जीवन को वह तीन हिस्सों में देखते हैं, जिसमें वे मेघावी छात्र, दक्ष प्रशासनिक अधिकारी और अच्छे राजनेता के रूप में नजर आते है. बघेल ने कहा कि विपरीत परिस्थिति में भी उन्होंने संघर्ष का दामन नहीं छोड़ा. लगातार समस्याओं से जूझने वाले बहुत ही जीवट और संघर्षशील व्यक्तित्व के धनी थे.
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बघेल ने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ के माटीपुत्र जोगी के निधन से अपूरणीय क्षति हुई है. मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं. अधिकारियों ने बताया कि इस अवसर पर छत्तीसगढ़ मंत्रिमण्डल के सदस्यों और विधायकों ने भी अजीत जोगी के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी जोगी के निवास में जाकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित किया. अजीत जोगी का आज रायपुर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. छत्तीसगढ़ सरकार ने उनके निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है.
Source : Bhasha