Naxal Attack In Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में अक्सर नक्सली हमले देखने को मिलते रहते हैं. यहां के आठ जनपद पूरी तरह नक्सल से प्रभावित हैं, जिनमें दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, कांकेर, बस्तर, नारायणपुर, राजनंदगांव और कोंडागांव शामिल हैं. इस बीच छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने बुधवार को एक बार फिर जवानों को अपना निशाना बनाया है. इस हमले में डीआरजी फोर्स के 10 जवान शहीद हो गए हैं, जबकि 5-6 जवान गंभीर रूप से घायल हैं. (Naxal Attack In Chhattisgarh)
यह भी पढ़ें : Chhattisgarh Naxal Attack: दंतेवाड़ा में बड़ा नक्सली हमला, मुठभेड़ में 10 जवान शहीद
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जनपदों में जब भी सुरक्षाबल और पुलिस नक्सलियों को पकड़ने के लिए जाती है तो वहां पहले से नक्सली घात लगाकर बैठे रहते हैं और पुलिस कर्मियों पर अटैक कर देते हैं. गृह मंत्रालय की सलाना रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ में पिछले दस सालों में 3722 नक्सली हमले हुए हैं. यानी 2011 से 2020 तक 3 हजार 722 नक्सली हमलों में 489 जवान शहीद हो गए. (Naxal Attack In Chhattisgarh)
यह भी पढ़ें : Karnataka Elections: भ्रष्टाचार बनाम आरक्षण मसला... कांग्रेस के अभियान की बीजेपी काट, समझें
छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले के आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं, क्योंकि वहां के मुकाबले झारखंड अधिक नक्सली प्रभावित है. छत्तीसगढ़ के 8 जिले तो झारखंड के 13 जनपद नक्सल प्रभावित हैं. इसके बाद भी छत्तीसगढ़ की तुलना में झारखंड में कम नक्सली हमले होते हैं. अगर दोनों राज्यों में नक्सली अटैक की तुलना करें तो छत्तीसगढ़ में बीते 10 वर्षों में 3,722 तो झारखंड में 3,256 नक्सली हमले हुए हैं. इस आंकड़ों को देखने से पता चलता है कि जहां झारखंड में नक्सली हमलों के मामलों में बढ़ोतरी आई है तो वहीं झारखंड में कमी आई है.(Naxal Attack In Chhattisgarh)
HIGHLIGHTS
- छत्तीसगढ़ के आठ जनपद पूरी तरह नक्सल से प्रभावित हैं
- नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में एक बार फिर 10 जवानों को बनाया अपना निशाना
- छत्तीसगढ़ में पिछले दस सालों में 3722 नक्सली हमले हुए हैं