Chhattisgarh Political News: छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीजी-टीईटी) में कथित अनियमितता का मुद्दा गंभीर रूप से गर्मा गया है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 23 जून को आयोजित इस परीक्षा में धमतरी के भखारा स्थित महर्षि वेदव्यास शासकीय महाविद्यालय में अनियमितता का आरोप लगाते हुए मंगलवार को परीक्षा की जांच की मांग की. इसके साथ ही, उन्होंने इस केंद्र के अभ्यर्थियों को फिर से परीक्षा में बैठने का मौका देने की भी मांग की. वहीं भूपेश बघेल ने दावा किया कि उक्त परीक्षा केंद्र पर अपराह्न दो बजे से शाम 4:45 बजे तक दूसरी पाली में 400 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी. उन्होंने कहा कि परीक्षा के लिए नोडल अधिकारी ने केंद्र को 420 प्रश्न पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई थीं, लेकिन उत्तर भरने के लिए केवल 160 ओएमआर शीट ही दी गईं.
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ओएमआर शीट की कमी और देरी
आपको बता दें कि परीक्षा केंद्र के प्रभारी ने उच्च अधिकारियों को फोन पर जानकारी दी, जिसके बाद दोबारा अपराह्न सवा तीन बजे केंद्र को 240 ओएमआर शीट उपलब्ध कराई गईं. इस देरी के कारण ओएमआर शीट का वितरण अभ्यर्थियों के बीच लगभग डेढ़ घंटे की देरी से हुआ. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ओएमआर शीट उपलब्ध कराने में देरी के बावजूद अभ्यर्थियों को अतिरिक्त समय नहीं मिला, जिसके कारण वे सभी प्रश्न हल करने में असफल रहे.
बघेल की मांग
साथ ही आपको बता दें कि भूपेश बघेल ने सवाल उठाया कि अभ्यर्थियों की संख्या के अनुसार परीक्षा केंद्र को पर्याप्त ओएमआर शीट क्यों नहीं उपलब्ध कराई गईं. उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और अभ्यर्थियों को फिर से परीक्षा में शामिल होने का मौका देने की मांग की. इसके अलावा, उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर अभ्यर्थियों के हित में उचित निर्णय लेने की अपील की.
प्राचार्य का पत्र और कांग्रेस का समर्थन
आपको बता दें कि कांग्रेस ने महर्षि वेदव्यास शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य का पत्र साझा किया है, जिसमें प्राचार्य ने परीक्षा के दौरान पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है. प्राचार्य ने लिखा, ''ओएमआर शीट उपलब्ध कराने में देरी के कारण अभ्यर्थियों ने अतिरिक्त समय की मांग की थी. मंडल से फोन पर मार्गदर्शन मांगा गया था, लेकिन निर्देश मिले कि परीक्षा के लिए अतिरिक्त समय नहीं दिया जाएगा.''
परीक्षार्थियों की मांग
इसके अलावा आपको बता दें कि संबंधित परीक्षा केंद्र के अभ्यर्थियों ने पत्र लिखकर बोनस अंक देने या पूरी सीजी-टीईटी 2024 परीक्षा रद्द करने की मांग की. अभ्यर्थियों ने अपने पत्र में लिखा, "दूसरी पाली में परीक्षा का समय अपराह्न दो बजे से शाम 4:45 बजे तक निर्धारित था, लेकिन प्रश्नपत्र ढाई बजे दिए गए और ओएमआर शीट डेढ़ घंटे की देरी से दी गई. शाम पौने पांच बजे सभी अभ्यर्थियों से ओएमआर शीट छीनकर जमा कर दी गई, जिससे उनका भविष्य प्रभावित हुआ है.''
HIGHLIGHTS
- छत्तीसगढ़ में NEET जैसी घटना!
- भूपेश बघेल ने CM से की ये बड़ी मांग
- भूपेश बघेल ने लगाए आरोप
Source : News Nation Bureau