साल 2000 में नवम्बर माह की पहली तारीख को मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ. अब इसमें एक और जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही 10 फरवरी को अस्तित्व में आने जा रहा है. इस नए जिले में बुधवार को मुख्यालय, एसपी कार्यालय और पुलिस लाइन के लिए जगह तय कर ली गई है. गुरुकुल भवन को जिला मुख्यालय, गोंडवाना भवन को सपी कार्यालय और आईटीआई को पुलिस लाइन बनाया जा रहा है. वहीं अब सरकारी दफ्तरों में पदस्थापना को लेकर पहल शुरू कर दी गई है. नए जिले में नियुक्ति चाह रहे कर्मचारियों -अधिकारियों की सहमति मांगी गई है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के साथ ही पेंड्रा इलाके को जिला बनाने की 25 साल पुरानी मांग पूरी हो गई. शिखा राजपूत तिवारी को ओएसडी बनाकर भेजा गया है. जल्द ही बिलासपुर की दो नगर पंचायत, 162 पंचायत और 225 गांव गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में चली जाएंगी. तीन जनपद पंचायत, 74 पटवारी हल्का, तीन थाने, तीन आरआई सर्किल, मौसम वेधशाला भी जिले से अलग होकर नए जिले में शामिल होंगे. वहीं वन क्षेत्र भी नए जिले में 2307.38 वर्ग किमी का होगा.
नए जिले को एक-एक संयुक्त व अपर कलेक्टर की होगी आवश्यकता
जिला प्रशासन ने बिलासपुर, कोटा, तखतपुर, बिल्हा व मस्तूरी तहसीलदारों को पत्र लिखकर नए जिले में जाने के इच्छुक अधिकारियों-कर्मचारियों से तीन दिन के भीतर सहमति लेने के निर्देश दिए. वहीं दफ्तर में उपयोग के लिए कंप्यूटर, प्रिंटर ,फोटोकॉपी मशीन, कुर्सी, टेबल, आलमारी उपलब्ध हों तो उसे भी 3 दिन के भीतर नवगठित जिला में भेजने की व्यवस्था करने कहा गया है. इधर नए जिले में पोस्टिंग को लेकर पहल होने के साथ कार्यालयों में हड़कंप मचने लगा है. चूंकि यह पत्र सभी विभाग प्रमुखों को भी भेजा गया है. इसलिए कर्मचारी वहां न जाने को लेकर जुगाड़ में लग गए हैं.
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अपर कलेक्टर बिलासपुर में दो हैं लेकिन पद भी दो हैं. ऐसे में अपर कलेक्टर भेजे भी जा सकते हैं और नहीं भी. एक संयुक्त कलेक्टर की जरूरत नए जिले को है लेकिन इस पद पर यहां कोई नहीं है. इनके अलावा एक अधीक्षक, दो सहायक अधीक्षक, एक स्टेनोग्राफर, 8 सहायक ग्रेड 2, 16 सहायक ग्रेड तीन, 3 स्टेनो टायपिस्ट, 6 वाहन चालक का सेटअप होगा.
अतिरिक्त अधिकारी-कर्मचारियों की कमिश्नर ने मांगी जानकारी : बिलासपुर संभाग के कमिश्नर बीएल बंजारे ने बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर-चांपा, कोरबा व रायगढ़ जिला प्रशासन को पत्र लिखकर वहां पदस्थ अतिरिक्त अधिकारियों-कर्मचारियों की जानकारी मांगी है. उन्होंने ऐसे अधिकारियों-कर्मचारियों की सूची जल्द से जल्द उपलब्ध कराने कहा है.
बिलासपुर-मुंगेली से एक-एक डिप्टी कलेक्टर जाने तैयार : अतिरिक्त कलेक्टर बीएस उइके ने बताया कि बिलासपुर जिले के डिप्टी कलेक्टर डिगेश पटेल और मुंगेली जिले के एक डिप्टी कलेक्टर खुद से गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जाना चाह रहे हैं. उन्होंने अपना सहमति पत्र भी प्रशासन को सौंप दिया है. वहां तीन डिप्टी कलेक्टर की जरूरत है. यदि दोनों की पदस्थापना होती है तो एक डिप्टी कलेक्टर की और जरूरत पड़ेगी.
Source : News State