राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को कहा कि इसने छत्तीसगढ़ में पिछले साल भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या मामले में 33 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है. यहां एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि एजेंसी ने गुरुवार को जगदलपुर में एनआईए अदालत में 33 लोगों के खिलाफ चार्जशीट (आरोप पत्र) दायर किया, जिनमें से छह को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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मामले के पांच आरोपी पहले ही मर चुके हैं, जबकि 22 अभी भी फरार हैं. एनआईए ने मदका राम ताती, भीमा राम ताती, लिंगे ताती, लक्ष्मण जायसवाल, रमेश कुमार कश्यप और हरिपाल सिंह चौहान को गिरफ्तार किया, ये सभी दंतेवाड़ा के रहने वाले हैं.
पिछले साल 9 अप्रैल को दंतेवाड़ा के कुआकोंडा पुलिस स्टेशन के पास श्यामगिरी गांव में नक्सली हमले में दंतेवाड़ा के तत्कालीन विधायक भीमा मंडावी और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) के पुलिसकर्मियों सहित मारे गए थे.
नक्सलियों ने हमले में मारे गए सुरक्षाकर्मियों के हथियार और गोला-बारूद भी लूट लिए थे. एनआईए ने इस साल मार्च में जांच की कमान अपने हाथ में ली थी.
प्रवक्ता ने कहा कि प्रारंभिक रूप से कोई सुराग उपलब्ध नहीं होने के बाद, कई गवाहों की जांच के बाद, नक्सली कैडरों के आत्मसमर्पण और कठोर तकनीकी विश्लेषण के बाद मामले में सफलता हासिल की गई.
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उन्होंने कहा, "जांच के दौरान, एनआईए ने छह आरोपियों -- मडका, भीमा, लिंगे, लक्ष्मण, रमेश और हरिपाल को गिरफ्तार किया, जिन्होंने नक्सलियों को आश्रय, भोजन, लॉजिस्टिक सहायता, बिजली के तार और स्टील के कंटेनर उपलब्ध कराए थे."
अधिकारी ने कहा, "जांच में पाया गया कि दंतेवाड़ा के तत्कालीन विधायक को मारने का फैसला पश्चिम बस्तर में दिसंबर 2018 में आयोजित दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (डीकेएसजेडसी) की स्तर की बैठक में लिया गया था."
Source : Bhasha