छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जिन किसानों को टोकन दिए गए हैं, उनका धान खरीदा जाएगा. हर जिले में सचिव स्तर के अधिकारी जाकर परीक्षण करेंगे और उसके बाद धान खरीदी की जाएगी. वहीं भाजपा ने इसे किसानों की जीत बताया है. बघेल ने विधानसभा में गुरुवार को राज्यपाल अनुसुइया उइके के अभिभाषण पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा, राज्य में किसानों से 2500 रुपये क्विंटल की दर से धान खरीदी हुई. इस वर्ष प्रदेश में किसानों से रिकर्ड 83 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर की गई है. वर्ष 2018-19 में जितने किसानों ने पंजीयन कराया था उसका 92़54 प्रतिशत किसानों ने धान समर्थन मूल्य पर बेचा. इसी तरह वर्ष 2019-20 में 93़11 प्रतिशत किसानों ने धान बेचा जबकि पिछली सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2015-16 में 83 प्रतिशत किसानों ने और वर्ष 2017-18 में केवल 76 प्रतिशत किसानों ने धान बेचा.
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राज्य में धान खरीदी की तारीख निकल जाने के बाद कई मामले ऐसे आए है कि, किसानों के पास टोकन है मगर धान खरीदी नहीं हो रही. इससे नाराज किसान कई स्थानों पर आंदोलन कर रहे हैं. इस पर मुख्यमंत्री बघेल ने साफ किया कि जिन किसानों के पास टोकन है, उनका धान खरीदा जाएगा, इसका सचिव स्तर के अधिकारी जिलों में पहुंचकर परीक्षण करेंगे और उसके बाद धान खरीदी की जाएगी.
वहीं भाजपा ने कांग्रेस सरकार के इस निर्णय को किसानों की जीत बताया है. भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष पूनम चंद्राकर का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा टोकन प्राप्त किसानों से धान की खरीदी किसानों की जीत है.
Source : News State