छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में पुलिस ने गांजे की तस्करी करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है. यह गिरोह गाड़ी पर अति विशेष सेवा नगर पालिक निगम रायपुर लिखकर गांजे की तस्करी कर रहा था. पुलिस ने 12.60 लाख रुपये के अवैध गांजे का परिवहन करते समय इस गिरोह का पर्दाफाश किया है. गरियाबंद पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देशन में लगातार जिले की पुलिस नशीली एवं मादक पदार्थो के तस्करी एवं बिक्री करने वालों के उपर कार्यवाही कर रही है.
थाना प्रभारी छुरा को जानकारी मिली कि एक सफेद रंग का बोलेरो वाहन ग्राम सारागांव के मनोज साहू के दुकान के सामने रोड के किनारे संदिग्ध और लावारिश हालात में खड़ी है. बोलेरो के अन्दर बोरी में कुछ समान भरे होने की सूचना पर थाना प्रभारी छुरा राजेश जगत के नेतृत्व में स्पेशल टीम सारागांव रवाना की गई थी. यहां ग्राम सारागांव के मनोज साहू के दुकान सामने रोड़ के किनारे में एक सफेद रंग का बोलेरो वाहन बिना चालक के संदिग्ध अवस्था में खड़ी हुई थी. जिसके सामने सीसे पर अति विशेष सेवा रायपुर नगर पालिक निगम रायपुर लिखा हुआ मिला.
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पुलिस ने गवाहों के समक्ष वाहन के दरवाजे को वाहन मैकेनिक से खुलवाकर बोलेरो वाहन की तलाशी ली. बोलोरो वाहन के पिछले हिस्से में 04 प्लास्टिक की बड़ी-बड़ी बोरियों में भूरे रंग के टेप से चारो तरफ से लिपटा हुआ गांजा मादक पदार्थ भरा होना पाया गया. प्रत्येक बोरी में भरे 30-30 पैकेट गांजा कुल 120 पैकेट जो चारो बोरियों में लगभग 126 किलोग्राम
गांजा भरा मिला जिसकी अनुमानित कीमत 12,60,000/- रुपए है.
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने बताया कि गांजा तस्करों द्वारा बड़ी मात्रा मे गांजा उड़ीसा से होकर छुरा के रास्ते से जिले के बाहर ले जाने का प्रयास किया जा रहा था किंतु
पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था और क्षेत्र में लगातार हो रही पेट्रोलिंग एवं कार्यवाही से घबराकर गांजा तस्कर ग्राम सारागांव में ही वाहन को गांजा सहित छोड़ कर भाग खड़े हुए.