Chhattisgarh Congress Crisis : कांग्रेस नेता राहुल गांधी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच हुई मुलाकात शुक्रवार को तीन घंटे तक चली, लेकिन नेतृत्व परिवर्तन पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी. हालांकि, बताया जा रहा है कि बैठक में प्रियंका गांधी ने भूपेश बघेल को ही मुख्यमंत्री बनाए रखने की बात कही थी. बैठक के बाद बघेल ने कहा कि उन्होंने गांधी को राज्य का दौरा करने का न्योता दिया है. उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें हर चीज से अवगत कराया है और राजनीतिक और प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा की है. राहुल गांधी से छत्तीसगढ़ आने का अनुरोध किया है.
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कांग्रेस आलाकमान ने शुक्रवार को बघेल को दिल्ली बुलाया था, ताकि अंतिम फैसला किया जा सके कि कद्दावर ओबीसी नेता को मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने दिया जाना चाहिए या टीएस सरगुजा शाही परिवार के वंशज सिंह देव को गद्दी सौंपी जानी चाहिए. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के भीतर सियासी गर्मी अचानक बढ़ गई है क्योंकि पार्टी के 56 विधायक खुलेआम बघेल का समर्थन कर रहे हैं और वे नई दिल्ली में पार्टी आलाकमान के सामने परेड करने के लिए तैयार हैं. उनमें से अधिकांश पहले ही राष्ट्रीय राजधानी आ चुके हैं.
राज्य में 90 सदस्यीय सदन में कांग्रेस के 70 विधायक हैं, लेकिन फिर भी पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक नहीं है क्योंकि सिंह देव बघेल को बदलने के लिए अपनी ताकत आजमा रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें 2018 के अंत में वादा किया गया था कि बघेल के ढाई साल पूरे होने के बाद कुर्सी उन्हें मिलेगी.
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आपको बता दें कि 48 घंटे में सीएम भूपेश बघेल का यह दूसरा दिल्ली दौरा था. सीएम पद को लेकर चल रही रस्साकशी को खत्म करने का प्रयास कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की ओर से जारी है. इसी सप्ताह सोमवार की रात सीएम भूपेश बघेल दिल्ली आए थे और अगले दिन राहुल गांधी से स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के साथ मुलाकात हुई थी. कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से बुधवार को सीएम भूपेश बघेल मुलाकात रायपुर लौट गए थे. एआईसीसी में जुटे छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायकों ने छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की.