छत्तीसगढ़ के रायपुर में कुछ लोगों की भीड़ ने कथित तौर पर दो मवेशियों को मार मारकर मौत के घाट उतार दिया, जबकि एक अन्य को बुरी तरह जख्मी कर दिया है. मामले में पीड़ित परिवारों ने मॉब लिंचिंग का आरोप लगाया है. वहीं पुलिस ने केस की तफ्तीश के लिए 14 सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया है. मामले में मिली जानकारी के अनुसार, मृतकों की पहचान गुड्डु खान उर्फ मोहम्मद तहसीन (35) और चांद मिया (33) के रूप में हुई है. वहीं एक अन्य जख्मी शख्स सद्दाम कुरेशी को रायपुर के एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है.
तीनों युवक उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे. गुड्डु खान सहारनपुर का, तो चांद मिया शामली जिले के रहने वाला था. दोनों पीड़ितों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट का इंतजार है.
पीड़ितों के परिवारों ने दावा किया है कि, कम से कम 10-12 लोगों की भीड़ ने उन पर हमला किया और महानदी नदी पर एक पुल से नीचे फेंक दिया. हालांकि, पुलिस को अब तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिससे यह लगे कि यह भीड़ द्वारा हत्या का मामला था.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (रायपुर ग्रामीण) कीर्तन राठौड़ के अनुसार, घटना आरंग पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र में शनिवार तड़के हुई है. राठौड़ ने बताया कि, सूचना मिलने पर कि महानदी पर 30 फीट ऊंचे पुल के नीचे तीन लोग घायल पड़े हैं, एक पुलिस दल को घटनास्थल पर भेजा गया है. मवेशियों को ले जाने में प्रयुक्त ट्रक पुल पर पाया गया है.
तीन लोगों में से एक को मौके पर ही मृत पाया गया और अन्य दो की हालत गंभीर थी. अधिकारी ने बताया कि उन्हें महासमुंद के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां एक की मौत हो गई.
राठौड़ ने मामले की ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि, "मृत व्यक्तियों की शव परीक्षण रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है. हमने डॉक्टरों से जल्द से जल्द एक संक्षिप्त रिपोर्ट प्रदान करने का अनुरोध किया है. हम मार्ग पर सीसीटीवी फुटेज की भी समीक्षा कर रहे हैं. अब तक, हमारे पास मॉब लिंचिंग का सुझाव देने के लिए कोई सबूत नहीं है. प्रयास किए जा रहे हैं उन लोगों की पहचान करने के लिए जिन्होंने उनका पीछा किया है."
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