छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी को जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है. अजीत जोगी की मृत्यु के बाद से यह पद रिक्त था. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश प्रवक्ता भगवानू नायक ने बुधवार को बताया कि आज रायपुर स्थित जोगी के निवास 'अनुग्रह' में पार्टी का अधिवेशन हुआ और इस बैठक में कोटा क्षेत्र की विधायक रेणु जोगी को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. नायक ने बताया कि बैठक के दौरान 21 सदस्यीय कोर कमेटी, 21 सदस्यीय मार्गदर्शक मंडल, 15 सदस्यीय स्थायी आमंत्रित सदस्य तथा 186 सदस्यीय प्रदेश प्रतिनिधि की भी घोषणा की गई. इस दौरान रेणु जोगी ने वहां उपस्थित पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि कठिन परिस्थिति में आज आप सभी जनता कांग्रेस के साथ खड़े हैं और आप सब सही मायने में छत्तीसगढ़ महतारी (मां) के सच्चे सिपाही हैं.
जोगी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से हमारा अपमान किया है> कांग्रेस विधायक रहते हुए मेरा अपमान किया, स्वर्गीय जोगी का अपमान किया लेकिन हमारे दिल में सबके लिए प्रेम है और हम पुरानी बातों में नहीं जाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में हम छत्तीसगढ़ियों की सरकार बनाकर जोगी जी के अधूरे सपने को पूरा करने का संकल्प लेते हैं. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014 में अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में मतदान से ठीक पहले कांग्रेस प्रत्याशी के नाम वापसी मामले को लेकर राज्य में अजीत जोगी और प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के मध्य दूरी बढ़नी शुरू हो गई थी. जोगी के पुत्र अमित जोगी को पार्टी से निष्कासित करने के बाद वर्ष 2016 में जोगी ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का गठन कर लिया था.
तब से अजीत जोगी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे. वहीं उनके पुत्र अमित जोगी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. इस वर्ष 29 मई को जोगी की मृत्यु के बाद से राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद रिक्त था. छत्तीसगढ़ के 90 सदस्यीय विधानसभा में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की चार सीटें है. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा)से गठबंधन कर चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में गठबंधन को सात सीटें मिली थी, जिसमें से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को पांच सीटें तथा बसपा को दो सीटें मिली थी. अजीत जोगी की मृत्यु के बाद रिक्त मरवाही विधानसभा सीट के लिए इस महीने उपचुनाव कराया गया जिसमें सत्ताधारी दल कांग्रेस ने जीत हासिल की है.
छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद से जोगी परिवार के पास रही मरवाही सीट से इस बार जोगी परिवार का कोई भी सदस्य चुनाव नहीं लड़ सका. इस उपचुनाव के दौरान से ही पार्टी के दो विधायक खैरागढ़ से देवव्रत सिंह और बलौदाबाजार से प्रमोद शर्मा ने जोगी परिवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इधर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने दोनों विधायकों के क्षेत्र में 'विधायक, इस्तीफ़ा दो' हस्ताक्षर अभियान चलाने का फैसला किया है.
Source : Bhasha