छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह और बीजेपी नेता संबित पात्रा के खिलाफ टूल किट मामले में रायपुर में केस दर्ज कराया गया है. रायपुर सिविल लाइन थाना पुलिस ने दर्ज किया है. एफआईआर आईपीसी की धारा 504 ,505(1)BC ,469,188 के तहत मामला दर्ज किया गया है इन धाराओं में मिनिमम 3 साल की सजा है. दरअसल, बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उनकी एक ‘टूलकिट’ के जरिए इस संकट के वक्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने की साजिश चल रही है, BJP के इस हमले के बाद कांग्रेस रिसर्च डिपार्टमेंट के प्रमुख राजीव गौड़ा ने कहा कि AICC रिसर्च डिपार्टमेंट का बताकर BJP फर्जी टूलकिट प्रचारित कर रही है.
बीजेपी नेताओं की ओर से Toolkit सार्वजनिक किए जाने के बाद से ही कांग्रेस मामले में आक्रामक है. एनसयूआई ( NSUI ) पदाधिकारियों ने मंगलवार रात 8.30 बजे के करीब रायपुर के सिविल लाइंस थाने पहुंचकर तहरीर दी. उनका कहना था कांग्रेस पार्टी की ख्याति को नुकसान पहुंचाने के लिए डॉ. रमन सिंह, संबित पात्रा और दूसरे भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया के जरिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अनुसंधान विभाग के जाली लेटर हेड पर एक मनगढ़न्त फेक न्यूज साझा कर देश मे सम्प्रदायिकता और हिंसा फैलाने का प्रयास किया है. छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता भी आज रायपुर के सिविल लाइंस थाने में शिकायत लेकर पहुंच गए. युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचंद (कोको) पाढ़ी के नेतृत्व में सुबोध हरितवाल, मिलिंद गौतम, अशरफ हुसैन आदि ने भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराअई. उनका आरोप है कि पात्रा ने कांग्रेस के लेटरहैड का दुरुपयोग किया.
वहीं, एफआईआर (FIR) के बाद डॉ. रमन सिंह ने सोशल मीडिया पर पहली प्रतिक्रिया दी है. रमन सिंह ने लिखा, कांग्रेस अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने देश तक को बदनाम करने से बाज नहीं आती. कोरोना महामारी से लोगों को बचाने की जगह कांग्रेसी नेता अफवाहें फैलाकर लोगों में डर पैदा कर रहे हैं. वैक्सीन तक को लेकर भ्रम फैला रहे हैं. इनके हर झूठ, हर पाखंड का पर्दाफाश होगा.
HIGHLIGHTS
- पूर्व CM रमन और बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ रायपुर में FIR
- एफआईआर के बाद डॉ. रमन सिंह ने सोशल मीडिया पर पहली प्रतिक्रिया दी है
- कांग्रेस अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने देश तक को बदनाम करने से बाज नहीं आती