छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में पिछले 2 दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से एक बार फिर सुकमा, बीजापुर के कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. दंतेवाड़ा में शंखनी नदी से लेकर सुकमा में शबरी नदी का पूल और इंद्रावती में पुराना पुल पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. लगातार मूसलाधार बारिश की वजह से जगदलपुर से राजधानी रायपुर को जोड़ने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग- 30 में भी 3 फीट तक पानी भर जाने से सोमवार देर रात से इस रूट पर आवागमन प्रभावित हो गया है. जिससे बसों और ट्रकों की लंबी कतार नेशनल हाईवे में लग गई है.
मौसम विभाग ने 3 दिनों के लिए बस्तर संभाग के सभी जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है ,ऐसे में 2 दिनों में ही इस भारी बारिश से आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है.और बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं.बारिश की वजह से बस्तर संभाग में आवागमन भी प्रभावित हो गया है, सड़क मार्ग के साथ साथ बस्तर में उड़ान सेवा, किरन्दुल से विशाखापटनम के.के रेल मार्ग में भी पानी भर गया है, जिससे जगदलपुर से किरंदुल तक चलने वाली ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हो गई है, इसके अलावा कई अंदरूनी गांव तक चलने वाले यात्री बसों के पहिए भी पूरी तरह से थम चुके हैं, जिससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, कई सरकारी भवनों और अस्पताल में बारिश का पानी घुस गया है, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक ऐसे ही मूसलाधार बारिश होने की संभावना जताई है.
मूसलाधार बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिला हुआ है, मौसम विभाग ने पिछले दो दिनों में इन दोनो जिलो मेंअत्यधिक मिलीमीटर बारिश दर्ज की है. और एक बार फिर इस जिले के कई अंदरूनी गांव टापू में तब्दील हो गए है, भारी बारिश की वजह से आये बाढ़ से कई ग्रामीणों के भी फंसे होने की जानकारी मिल रही है. सुकमा जिले में भी सोमवार शाम को कई ग्रामीणों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया.