छत्तीसगढ़ में लगता है अब उत्तर प्रदेश का योगी मॉडल अपनाया जा रहा है. यहां बीते दिन शुक्रवार 8 नवंबर को दुर्ग पुलिस ने शातिर बदमाश अमित जोशी को एनकाउंटर में ढेर कर दिया. इसे विष्णुदेव साय सरकार का पहला एनकाउंटर माना जा रहा है. इससे पहले पुलिस के साथ जमकर अमित जोशी की मुठभेड़ चली और अंत में उसे मार गिराया.
शातिर बदमाश अमित जोशी और पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम के बीच लगभग आधे घंटे तक मुठभेड़ चली. बताया जा रहा है कि जहां पुलिस और अमित जोशी की मुठभेड़ चली वो इलाका जंगल और झाड़ियों से भरा इलाका है. इसी का फायदा उठाकर गैंगस्टर अमित जोशी लगातार पुलिस की ओर फायरिंग किए जा रहा था.
ऐसे किया बदमाश को ढेर
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस मुठभेड़ में दोनों ओर से 8 से 10 राउंड फायरिंग की गई. हालांकि गनीमत रही कि बदमाश अमित की तरफ से लगातार हो रही फायरिंग के बावजूद कोई भी गोली पुलिस के जवानों को न लग कर पुलिस की गाड़ी पर लगी.
पुलिस बदमाश अमित को निशाना बनाने के लिए गाड़ी के पीछे से पैरों में गोली मारती है और उसे सरेंडर करने का मौका देती है, लेकिन अमित की ओर से लगातार हो रही फायरिंग को देखते हुए 8 से 10 राउंड फायरिंग में दूसरी गोली अमित के पेट में लग जाती है और वह ढेर हो जाता है.
मुखबिर से मिली थी सूचना
बता दें कि शुक्रवार देर रात पुलिस को मुखबिर से सूचना मिलती है कि बदमाश अमित भिलाई के इलाके में छिपा हुआ है, जिसके बाद पुलिस घेराबंदी करती है. अमित को पुलिस की घेराबंदी की खबर मिलते ही बदमाश फरार होने की कोशिश में लग जाता है.
इसके बाद पुलिस का जयंती स्टेडियम के पास घने जंगलों और झाड़ियों के बीच अमित से आमना-सामना होता है. वहीं अमित बचाव में फौरन अपनी पिस्टल से पुलिस पर फायरिंग करने लग जाता है. करीब 8 से 10 राउंड फायरिंग में बदमाश अमित के पैर और पेट में गोली लगती है और वह मारा जाता है.
36 से ज्यादा मामले हैं दर्ज
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में शातिर बदमाश अमित जोशी करीब 4 महीने पहले 3 लोगों को गोली मारकर फरारी काट रहा था. इसके बाद से आस-पास के सभी इलाके में इस बदमाश की तलाश में पुलिस विभाग जुट गया. इतना ही नहीं अमित जोशी के खिलाफ दुर्ग समेत अलग-अलग थानों में 36 से ज्यादा मामले दर्ज थे. यहां तक कि पुलिस ने ऐलान कर दिया कि जो भी अमित की सूचना देगा उसको 30 हजार का इनाम दिया जाएगा.