उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने शनिवार को प्रयागराज से मेरठ तक बन रही गंगा एक्सप्रेसवे का प्रतापगढ़ में निरीक्षण किया. इसमें मिट्टी के कार्य की रफ्तार में धीमी गति मिलने नाराजगी जताई. नंदी ने अधिकारियों को कार्य की गति बढ़ाने एवं हर हाल में 31 दिसंबर तक 596 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे के फर्स्ट कैरिज वे का निर्माण पूरा करने का आदेश दिया.
मंत्री नंदी ने निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के स्थलीय निरीक्षण में कार्य की रफ्तार धीमी मिलने पर अधिकारियों से कहा कि 20 अगस्त तक रिपोर्ट प्रस्तुत करें कि इस साल 31 दिसंबर तक गंगा एक्सप्रेसवे के मुख्य कैरिजवे का कार्य किस तरह से पूरा करेंगे. उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि इस कार्य में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मैन पॉवर बढ़ाएं या फिर मशीनरी. काम समय पर पूरा होना चाहिए.
मिट्टी के कार्य की रफ्तार धीमी मिली
मंत्री ने निर्माणाधीन स्थल पर पहुंचे. यहां का निरीक्षण किया. इसके साथ गुणवत्ता की भी जानकारी ली. तय लक्ष्य के साथ ही अब तक की प्रगति के बारे में पूछा. इस पर मिट्टी के कार्य की रफ्तार धीमी मिली. इस पर मंत्री ने अधिकारियों से पूछा कि मिट्टी के कार्य की रफ्तार धीमी किस लिए है. इसका पर जवाब देते हुए अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण मिट्टी के कार्य में दिक्कत आ रही है. निरीक्षण करने के बाद मंत्री नंदी सर्किट हाउस प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ ही महाकुम्भ 2025 से पहले तय समय पर 31 दिसंबर तक निर्माण कार्य पूरा होने की योजनाओं की समीक्षा करें.
गंगा एक्सप्रेसवे निर्माण से जुड़े सभी को निर्दश दिया
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मिट्टी का कार्य काफी पीछे है. इस पर मंत्री नंदी ने यूपीडा के अधिकारियों के साथ गंगा एक्सप्रेसवे निर्माण से जुड़े सभी को निर्दश दिया कि गंगा एक्सप्रेसवे के मुख्य कैरिजवे का निर्माण हर हाल में 31 दिसंबर तक पूरा किया जाए. इस कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.