दिल्ली में कोरोना वायरस (coronavirus) तेजी से फैल रहा है. दिल्ली में कोरोना के कुल 1069 मामले हैं, जिसमें 712 मरकज से जुड़े हैं. वहीं दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 166 नए मामले सामने आए हैं. जिसमें 128 मरकज से जुड़े हुए हैं. जबकि 5 लोगों की मौत हो गई है. दिल्ली में अबतक मरने वालों की संख्या 19 हो गई है.
शनिवार को मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी. स्वास्थ्य विभाग की मानें तो दिल्ली में 166 नए मामले सामने आए, जिनमें से 128 'स्पेशल ऑपरेशन के तहत' आए हैं. जबकि दिल्ली में कोविद -19 पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 1069 हो गई है. मरनेवालों की संख्या 19 है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया यदि समय पर लॉकडाउन नहीं होता तो...
इधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि यदि भारत ने कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये लॉकडाउन और अन्य कदम नहीं उठाये होते तो 15 अप्रैल तक देश में संक्रमण के मामले बढ़ कर 8.2 लाख तक पहुंच सकते थे. स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रतिदिन के संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश ने कोविड-19 के हॉटस्पॉट (कोरोना वायरस संक्रमण से अधिक प्रभावित क्षेत्र) की पहचान करने के लिये समय रहते कार्रवाई की और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये अन्य उपाय भी किये.
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लॉकडाउन की वजह से अभी संक्रमण का मामला इतना कम है
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन (Lockdown) लागू नहीं करने और संक्रमण को फैलने से रोकने के अन्य कदम उठाए जाने की स्थिति में मामलों की संख्या 28.9 प्रतिशत की वृद्धि दर से 15 अप्रैल तक 1.2 लाख पहुंच जाती. अग्रवाल ने कहा कि सामाजिक मेलजोल से दूरी, लॉकडाउन और इलाकों को सील करने जैसी अन्य कोशिशें कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए जरूरी हैं. उन्होंने कहा, ‘चूंकि हमने सामाजिक मेलजोल से दूरी रखने पर जोर दिया और 25 मार्च से लॉकडाउन के अलावा संक्रमण को फैलने से रोकने के अन्य उपाय अपनाये, इसलिए मामलों में कमी आई और अभी तक संक्रमण के 7,447 मामले हैं.
Source : News Nation Bureau