निर्भया (Nirbhaya) के दोषियों की सुरक्षा पर जेल प्रशासन की ओर रोजाना 50 हजार से अधिक रुपये खर्च किए जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार दोषियों की सुरक्षा पर खर्च उसी दिन से शुरू हो गया था जिस दिन उनका डेथ वारंट जारी हुआ था. दोषियों को जेथ वारंट जारी होने के बाद विशेष सेल में रखा गया है. सेल के बाहर उनकी सुरक्षा में 32 सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए गए हैं. जेल प्रशासन की ओर से यह खर्च सुरक्षा और फांसी देने के लिए किए जाने वाले अन्य इंतजामों पर खर्च किया जा रहा है.
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दोषियों की सुरक्षा में 32 सिक्योरिटी गार्ड लगाए गए हैं. इन गार्ड की ड्यूटी हर दो घंटे में बदली जाती है जिससे वह आराम कर सकें और सेल के बाहर से हर दोषी पर कड़ी निगाह रख सकें. हर दोषी की सेल के बाहर हर वक्त दो गार्ड तैनात रहते हैं. जानकारी के मुताबिक चारों दोषियों को तिहाड़ की जेल नंबर तीन में अलग-अलग सेल में रखा गया है. इनमें एक हिंदी और इंग्लिश का ज्ञान ना रखने वाला तमिलनाडु स्पेशल पुलिस का जवान और एक तिहाड़ जेल प्रशासन का होता है.
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सुसाइड या भागने की कर सकते हैं कोशिश
जेल प्रशासन के मुताबिक डेथ वारंट जारी होने के बाद से सभी दोषी काफी बेचैन हैं. वह सजा से बचने से आत्महत्या या जेल के भागने की कोशिश कर सकते हैं. ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर जेल प्रशासन काफी चौकसी बरत रहा है. हर एक कैदी के लिए 24 घंटे के लिए आठ-आठ सिक्यॉरिटी गार्ड लगाए गए हैं. यानी चार कैदियों के लिए कुल 32 सिक्यॉरिटी गार्ड. यह 24 घंटे में 48 शिफ्ट में काम कर रहे हैं. डेथ वारंट जारी होने से पहले इन दोषियों को अन्य कैदियों के साथ ही रखा जा रहा था.
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1 फरवरी को होनी है फांसी
पहले सभी दोषियों को 22 जनवरी को फांसी दी जानी थी लेकिन कोर्ट ने 1 फरवरी के लिए नया डेथ वारंट जारी किया है. अब सभी दोषियों को 1 फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी दी जाएगी. जेल प्रशासन ने फांसी के लिए सभी इंतजाम कर लिए हैं. फंदा तैयार है और डमी को लटकाकर इसका ट्रायल भी किया जा चुका है.
Source : News Nation Bureau