कृषि कानूनों पर बीते दो माह से अधिक समय से चल रहे किसान आंदोलन को नैतिक-सैद्धांतिक समर्थन देने वाली आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को किसानों की ट्रैक्टर रैली को अराजकता में बदल जाने और इस अफऱा-तफरी में फैली हिंसा की निंदा की है. यह अलग बात है कि किसान आंदोलन पर अपनी रीति के अनुपालन में आम आदमी पार्टी ने इसके लिए केंद्र सरकार को ही जिम्मेदार ठहराते हुए कठघरे में खड़ा किया है. साथ ही किसान आंदोलन को भी क्लीन चिट दी है.
आम आदमी पार्टी ने एक वक्तव्य जारी करते हुए गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा की है. इसके साथ ही केंद्र सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. आप ने कहा है कि किसान आंदोलन की स्थिति को इस कदर बिगड़ जाने के लिए केंद्र ही जिम्मेदार है. अन्यथा यह आंदोलन तो बीते दो महीने से अधिक समय से शांतिपूर्ण ही चल रहा था.
इसके साथ ही आम आदमी पार्टी ने किसान आंदोलन और उससे जु़ड़े नेताओं को भी क्लीन चिट दी है. इस वक्तव्य के आगे आप ने कहा है कि किसान आंदोलन से जुड़े नेताओं का कहना है कि जिन लोगों ने हिंसा की, वह वास्तव में आंदोलन का हिस्सा थे ही नहीं. हिंसा करने वाले बाहरी तत्व हैं. हालांकि आप ने यह भी कहा कि हिंसा के जिम्मेदार भले ही कोई हों, लेकिन इससे आंदोलन को धक्का पहुंचा है, जो अब तक व्यवस्थित, अनुशासित और शांतिपूर्ण तरीके से चला आ रहा था.
Source : News Nation Bureau