भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में ढाई हजार करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप पर आम आदमी पार्टी (आप) ने विदानसभा के स्पेशल सत्र के दूसरे दिन भी सदन में जमकर हंगामा किया. सदन की कार्यवाही के दौरान आप विधायक घोटाले पर प्लेकार्ड लेकर सदन के बीच आ गए. इसके साथ ही बीजेपी पर ढाई हजार करोड़ रुपए के घोटाले पर बैनर भी लहराए गए.
यह अलग बात है कि आप के इन आरोपों पर भाजपा ने पलटवार किया है. पार्टी ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके विधायक झूठ बोल रहे हैं. कहीं कोई घोटाला नहीं हुआ है. एमसीडी के बकाए 13 हजार करोड़ रुपये जारी करने की जगह आप सरकार भ्रम फैला रही है. भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि दिल्ली सरकार का एक नाटक बहुत दिन से चल रहा है. हर जगह विज्ञापन में अपनी फोटो लगवाने मुख्यमंत्री केजरीवाल ने करीब 13,000 करोड़ रुपये नगर निगमों का नहीं दिया है. एमसीडी को बर्बाद करने के लिए आम आदमी पार्टी धोखे की राजनीति कर रही है.
भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा, 'अपना चेहरा दिखाने के शौकीन अरविंद केजरीवाल ने दो-तीन दिन पहले काले रंग का इश्तहार निकाला, जिसमें एमसीडी में ढाई हजार करोड़ के घोटाले की बात कही गई, लेकिन चेहरा दिखाने के शौकीन व्यक्ति ने अपना चेहरा नहीं छपवाया और न ही किसने विज्ञापन छपवाया, यह जानकारी थी, क्योंकि तक उसके ऊपर मानहानि का केस बनता.
मीनाक्षी लेखी ने आरोप को नकारते हुए कहा कि साउथ एमसीडी ने नियम के अनुसार कार्य किया. असलियत में दिल्ली के नगर निगमों का 13 हजार करोड़ रुपये दबाकर बैठी केजरीवाल सरकार खुद को बचाने के लिए ढाई हजार करोड़ के घोटाले का झूठ फैला रही है. एमसीडी को बर्बाद करने के लिए केजरीवाल सरकार रोज-रोज नाटक कर रही है.
दरअसल, आप विधायक आतिशी ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम में ढाई हजार करोड़ रुपये के घपले का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि एमसीडी के पिछले कई सालों के खातों की जांच किए जाने पर दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से ढाई हजार करोड़ रुपये बकाया राशि वसूल करने की एंट्री देखी जा सकती है. दिक्षिणी दिल्ली नगर निगम अपना कार्यालय सिविक सेंटर में चलाता है, उसके एवज में 2.5 हजार करोड़ रुपये का किराया बकाया है. आप ने सवाल उठाया था कि इन ढाई हजार करोड़ रुपये को शून्य करने के एवज में किन भाजपा नेताओं को पैसा मिला?
Source : News Nation Bureau