आम आदमी पार्टी ( AAP ) ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर फंडिंग से जुड़े घिसे-पिटे आरोप लगाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज का कहना है कि हर चुनाव से पहले केजरीवाल पर इसी प्रकार के घिसे-पिटे आरोप लगाना एक राजनीतिक षड़यंत्र है. उन पर 2022 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यही आरोप लगाए गए थे. गृह मंत्री अमित शाह ने उस पर जांच भी कराई थी, पर कुछ नहीं निकला था. अब एक बार फिर वही आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई जिस संगठन के अध्यक्ष हैं, उसके महासचिव और भाजपा के नेता आशू मोंगिया ने लगाया है. ये घिसे-पिटे आरोप लगाने से साफ है कि इस बार भाजपा दिल्ली की सातों लोकसभा सीटें हार रही है. इसलिए बौखलाई हुई है. उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा-स्वास्स्थ्य, मुफ्त बिजली-पानी देने वाले सीएम अरविंद केजरीवाल को अपमानित करने वाली भाजपा को इस बार दिल्ली की जनता हराकर जवाब देगी.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश
सौरभ भारद्वाज ने एक ट्वीट कर कहा है कि एलजी साहब चुनाव के बीच सुर्खियां बटोरने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. इसी मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग वाली जनहित याचिका दो साल पहले हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी और न्यायमूर्ति नवीन चावला की खंडपीठ ने जगदीश शर्मा द्वारा दायर याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह पूरी तरह से तुच्छ है. एलजी वीके सक्सेना ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है.
अरविंद केजरीवाल की छवि को खराब करने के लिए राजनीतिक षड़यंत्र
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की छवि को जनता के बीच खराब करने के लिए यह राजनीतिक षड़यंत्र रचा गया है. एलजी के जरिए भाजपा यह सब इसलिए कर रही है, क्योंकि उसको लोकसभा चुनाव में अपनी करारी हार साफ दिख रही है. दिल्ली की सातों सीटें भी भाजपा हार रही है और इसलिए वो पूरी तरह से बौखला गई है. इसी बौखलाहट में भाजपा ने एलजी साहब को मोहरा बनाकर यह बड़ा षड़यंत्र रचा है.
जनता को गुमराह करने की कोशिश
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हर बार चुनाव से पहले इसी तरह के आरोप लगाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश की जाती है. 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भी ऐसे ही आरोप लगाए गए थे. उस दौरान देश के गृहमंत्री अमित शाह ने जांच कराने की बात कही थी, लेकिन उनकी जांच में कुछ नहीं मिला था. भाजपा जब भी अपनी हार देखती है तो इसी तरह का आरोप लगाती है, ताकि जनता को बरगला सके.
Source : News Nation Bureau