Delhi: आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के अंदर बेखौफ होते जा रहे अपराधियों के चलते बढ़ रहे अपराध को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली की कानून-व्यवस्था लगातार चरमराती जा रही है. अपराधियों में दिल्ली पुलिस का बिल्कुल भी खौफ नहीं है और वो खुलेआम सीसीटीवी कैमरे के सामने संगीन अपराधों को अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने लोगों को सुरक्षा देने के लिए दिल्ली भर में सीसीटीवी लगाए हैं. लेकिन ऐसी कई वीडियो वायरल हो रही हैं, जिसमें अपराधी उसके सामने निडर होकर गंभीर अपराध करते देखे जा रहे हैं. इससे पता चलता है कि अपराधियों को विश्वास है कि वो दिल्ली पुलिस से बचकर आसानी से निकल जाएंगे. दिल्ली पुलिस व कानून-व्यवस्था केंद्र और एलजी साहब के अधीन आता है, लेकिन वो इस कोई काम नहीं कर रहे हैं. इस बार तो केंद्र सरकार ने दिल्ली पुलिस का बजट भी कम कर दिया गया.
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली की कानून व्यवस्था पर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि पिछले कई महीनों से दिल्ली के क्राइम वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें अपराधी इतने निरंकुश और बेखौफ दिख रहे हैं कि वो खुल्लम-खुल्ला सीसीटीवी कैमरे के सामने मर्डर जैसी वारदात करने में भी नहीं हिचकिचा रहे हैं. दिल्ली में ये बाते लगभग आम हो रही हैं. केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में जगह-जगह सीसीटीवा कैमरे लगाए हैं. लेकिन कैमरे में इन अपराधियों की पहचान होने के बावजूद उनके अंदर से कानून व्यवस्था का डर खत्म होता जा रहा है. इसका बड़ा कारण है कि अपराधियों को ये विश्वास है कि वो किसी न किसी तरह दिल्ली पुलिस से बचकर निकल जाएंगे. दिल्ली के पुलिस थानों में आज पुलिस वालों की भारी कमी है. क्योंकि ज्यादातर पुलिसवाले वीआईपी सिक्योरिटी में व्यस्त हैं.
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि एसएचओ कहते हैं कि उनके पास कॉन्स्टेबल और हेड कॉन्स्टेबल नहीं है, ऐसे में वो बीट के लिए किसको लगाएं? एक समय था, जब दिल्ली के हर मोहल्ले में बीट कॉन्स्टेबल तैनात हुआ करता था. रात को उस बीट कॉन्स्टेबल के गश्त की आवाज सुनाई देती थी, लेकिन आज यह पूरी तरह खत्म हो चुका है. आरडबल्यूए भी अपनी निजी सिक्योरिटी और कॉलोनी के चारों तरफ गेट लगाकर अपनी सुरक्षा कर रहे हैं. दिल्ली पुलिस और दिल्ली की कानून व्यवस्था सीधे तौर पर एलजी वीके सक्सेना और केंद्र सरकार के तहत आती है. लेकिन इस पर कोई काम नहीं हो रहा है. भर्ती करने की कोशिश तो दूर केंद्र सरकार ने इस साल दिल्ली पुलिस के बजट में कटौती कर दी है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी दिल्ली की चुनी हुई सरकार पर लगभग हर हफ्ते किसी न किसी बात को लेकर लंबा उपदेश लिखते हैं. लेकिन डीडीए और दिल्ली पुलिस जो उनके और केंद्र सरकार के अधीन है, उस पर उनका कोई ध्यान नहीं है. दिल्ली की जनता भी जानती है कि वो इन पर कितना ध्यान देते हैं. इन दोनों के कामों में लगातार गिरावट आ रही है. एक तरफ डीडीए पर कोर्ट की अवमानना का मामला चल रहा है कि उसने धोखे से रिज एरिया से पेड़ काट दिए और दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस, जिसके अंदर कानून व्यवस्था आती है, वो आज इस स्तर पर आ गई है कि दिल्ली के लोग दहशत में जी रहे हैं. दिल्लीवालों की सुरक्षा अब भगवान भरोसे है, किसी को नहीं पता कि उनकी रक्षा कौन करेगा.