दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) में मचे घमासान के बीच कवि और पार्टी के संस्थापक सदस्य कुमार विश्वास ऐसी बात कह जाते हैं। जो मीडिया में सुर्खियां बनती है।
इस बार उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'अगर तू दोस्त है तो फिर ये ख़ंजर क्यूँ है हाथों में, अगर दुश्मन है तो आख़िर मेरा सर क्यूँ नहीं जाता?'
कुमार विश्वास ने यह ट्वीट ऐसे समय में किया है जब आम आदमी पार्टी (आप) ने उनकी नाराजगी को नजरअंदाज कर विधायक अमानतुल्ला खान को विधानसभा की 6 समितियों का सदस्य बनाया है।
दरअसल अमानतुल्ला खान ने कुमार विश्वास को बीजेपी और आरएसएस का एजेंट बताया था। जिसके बाद कुमार विश्वास ने कहा था कि खान उन साजिशकर्ताओं का मुखौटा बने हुए हैं, जो चाहते हैं कि वह पार्टी से बाहर हो जाएं।
कुमार विश्वास की नाराजगी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद उन्हें मनाया था और ओखला से पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान को पार्टी से सस्पेंड कर दिया था।
केजरीवाल ने विश्वास का कद पार्टी में बढ़ाते हुए राजस्थान का प्रभारी बनाया था जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होंगे। खान को सस्पेंड किये जाने के एक दिन बाद ही दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें 6 समितियों का अध्यक्ष बनाया।
कवि से आम आदमी पार्टी (आप) के नेता बने कुमार विश्वास अक्सर ट्वीट कर अपनी बातों को रखते हैं। उन्होंने एमसीडी चुनाव प्रचार के दौरान भी शायराना अंदाज में ट्वीट किया था और पार्टी पर सवाल खड़े किये थे।
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HIGHLIGHTS
- AAP में घमासान के बीच कुमार विश्वास ने किया ट्वीट, लिखा- अगर दुश्मन है तो आख़िर मेरा सर क्यूँ नहीं जाता?'
- आम आदमी पार्टी ने अमानतुल्ला खान को विधानसभा की 6 समितियों का सदस्य बनाया है
- खान ने कुमार विश्वास को बताया था बीजेपी और आरएसएस का एजेंट
Source : News Nation Bureau