देश की राजधानी दिल्ली में रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर राजनीति गरमा गई है. आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भारत सरकार यानी मोदी सरकार के सीनियर मिनिस्टर के ट्वीट हमने बुधवार सुबह देखें, जिसमें उन्होंने सरकार की पीठ थपथपाते हुए लिखा कि कैसे केंद्र सरकार रोहिंग्या को ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स मुहैया करा रही है. अब ये वो भाजपा है जो पूरे देश के साथ इतना बड़ा षड्यंत्र कर रही है. मोदी सरकार एक्सपोज हो गई. एनडीएमसी के ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स इन रोहिंग्या को देने जा रहे हैं, सुरक्षा और सुविधा देने की बात मंत्री लिख रहे हैं. ये हमारे देश की, दिल्ली वालों की सुरक्षा के साथ खतरा है. हम कम-से-कम दिल्ली में तो इन्हें नहीं बसने देंगे.
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि जैसे कांग्रेसियों ने बांग्लादेशियों को बसाया, वैसे ही भाजपा इन रोहिंग्याओं के साथ मिलकर करना चाहती है. भाजपा इन्हें अपने शासित राज्य में बसा कर चाहे मंत्रियों की कोठी में रख दें, लेकिन हम दिल्ली में नहीं बसने देंगे. घाटी में दो कश्मीरी पंडित भाइयों को गोली मार दी गई, ये वहां सुरक्षा नहीं दे पा रहे हैं और यहां रोहिंग्याओं को 24 घंटे देंगे. ये भाजपा के लिए डूब मरने की बात है कि कश्मीरी पंडितों को सुरक्षा दे नहीं पा रहे और रोहिंग्याओं को सुरक्षा देने की बात कर रहे हैं. दिल्ली समेत पूरे देश में भाजपा ने रोहिंग्या बसाए हैं.
AAP प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार ने 8 साल पहले कहा था कि इन्हें Depot करेंगे, लेकिन अब तक डिपॉट नहीं किया गया. मंत्री ने सच लिख दिया है, MHA लीपापोती में लगा है. अगर LG की मर्जी के बिना हो रहा था तो उपराज्यपाल, चीफ सेक्रेटरी को सस्पेंड कर दें. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बीजेपी ने पीडीपी के साथ सरकार बनाई. जम्मू-कश्मीर से रोहिंग्या को नहीं निकाला गया. देशभर में रोहिंग्या को बसाया गया.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी को आदेश दिए हैं कि इन्हें डिपोर्ट किया जाएं. 2017 में किरण रिजिजू कहते हैं 40 हजार रोहिंग्या है, आदेश गुप्ता कहते हैं कि रोहिंग्या की संख्या 5 लाख है. इसका मतलब बीजेपी अपने फायदे के लिए रोहिंग्या लेकर आ रही है, इन्हें अपने फायदे के लिए ला रही है. म्यांमार में उन्हें इसलिए एक्सेप्ट नहीं किया गया, इन्हें बांग्लादेशी रोहिंग्या कहकर अपने यहां जगह नहीं दी गई.
उन्होंने आगे कहा कि हरदीप सिंह पुरी ने सुबह जो दो ट्वीट किया है उसमें क्लेम किया गया है कि भारत सरकार ने जो किया उसे गर्व की तरह बताया. बांग्लादेशी रोहिंग्या का स्वागत किया गया. केंद्र का लैंडमार्क डिसिशन है, ये केजरीवाल सरकार का नहीं लिखा. दिल्ली पुलिस की प्रोटेक्शन की बात कही. टैग किसको किया है- UN और PMO को. शायद UN से पीएम को कोई अवार्ड लेना होगा. इंडिया इस कन्वेंशन की सिग्नट्री नहीं है. मंत्री गलत फैला रहे हैं. सब कुछ इन्होंने कहा है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी खुद को समझदार समझती है, लोगों को बवकूफ बनाते हैं. ये फैसला मुख्य सचिव नरेश कुमार ने किया है. FRRO और दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर ये षड्यंत्र हुआ है. होम मिनिस्ट्री की फाइल दिल्ली सरकार के हाथ न लग जाए, इसलिए यह हुआ कि इस फाइल को दिल्ली सरकार के होम मिनिस्टर को भेजा ही न जाए. षड्यंत्र रचा गया कि दिल्ली सरकार के पीठ पीछे चोरी छुपे किया जाए और चीफ सेक्रेटरी के जरिए एलजी को भेजी जाए, ये भूल गए कि इस बीच मंत्री भी आता है, लेकिन मंत्री को बाईपास करने का रिटेन ऑर्डर दिया जाए.
डिटेंशन सेंटर न घोषित करने के सवाल पर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह केंद्र सरकार का काम है, उन्हें दिल्ली के अंदर केंद्र सरकार लेकर आई है. यह केंद्र सरकार करेगी या हम करेंगे. उसे डिटेंशन सेंटर घोषित उनका FRRO डिपार्टमेंट करेगा, उनकी गिनती करनी है. केंद्र सरकार को उन्हें डिपोर्ट करना है, लेकिन यह नहीं हुआ. दिल्ली सरकार द्वारा इसपर सख्त कार्रवाई की जाएगी, हम कहेंगे कि हम उन्हें यहां नहीं बसने देंगे. यह पूरा षड्यंत्र केंद्र की तरफ से किया जा रहा था, NDMC हरदीप पुरी के तहत है. चीफ सेक्रेटरी ने एलजी के निर्देश पर काम किया.
Source : Mohit Bakshi