कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेन लेडी डॉक्टर के साथ दरिंदगी के बाद से पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. आज 11 वें दिन भी रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल जारी रही. इस कारण अस्पताल में मरीज परेशान दिखे. इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की. कोर्ट ने मरीजों की परेशानी को लेकर कहा कि आप सब अपने काम पर लौट जाएं. एम्स के डॉक्टरों ने इस आग्रह को मान लिया है. उन्होंने अपनी हड़ताल को खत्म करके काम पर लौटने का निर्णय लिया है.
ये भी पढे़ं: Kolkata Rape Murder Case: जस्टिस पारदीवाला की कड़ी टिप्पणी, 30 साल में ऐसी लापरवाही कभी नहीं देखी
इससे पहले लोगों की परेशानी को देखते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक ने रेजिडेंट डॉक्टरों से तुरंत अपनी ड्यूटी पर लौटने की अपील की थी. इसके साथ स्वास्थ्यकर्मियों की समस्याओं के समाधान को लेकर डीन (अकादमी) की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति का गठन किया था.
हड़ताल वापस लेने के दिए थे संकेत
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा को लेकर राष्ट्रीय टास्क फोर्स गठित करने के निर्णय के बाद रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठनों ने हड़ताल वापस लिए जाने के संकेत दिए थे. आरएमएल अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने हड़ताल को वापस लेने का ऐलान कर इसकी सूचना अस्पताल प्रशासन को दी. मगर बाद में रेजिडेंट डॉक्टरों के दबाव में मुकर गए.
सरकार की आलोचना भी की थी
कोलकाता में महिला डॉक्टर की हत्या और रेप की घटना को लेकर देश में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों की सुरक्षा को राष्ट्रीय हित का केस बताया। इस घटना को भयावह करार दिया। अदालत ने एफआईआर दर्ज करने में देरी करने और हजारों उपद्रवियों को सरकारी सुविधा में तोड़फोड़ करने को लेकर राज्य सरकार की आलोचना भी की थी.