भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने रविवार को कहा कि तेज हवाओं के कारण बाहर से आने वाली और स्थानीय स्तर पर उड़ने वाली धूल के कारण दिल्ली की वायु गुणवत्ता मंगलवार तक 'मॉडरेट' से खराब स्तर तक पहुंच जाएगी. आईएमडी के नेशनल वेदर फोरकास्टिंग सेंटर ने कहा है कि सबसे अधिक प्रदूषण पीएम10 के कारण बढ़ेगा क्योंकि स्थानीय स्तर पर तेज हवा के कारण काफी धूल उड़ेगी और बाहर के इलाकों से भी धूल शहर में प्रवेश करेगी. चेतावनी में यह भी कहा गया है कि धूल उड़ने की स्थिति पांच दिनों तक बनी रहेगी और इससे हवा की गुणवत्ता पर विपरीत असर पड़ेगा. इस बीच, यह कहा गया है कि रविवार और सोमवार को शहर में वायु की गुणवत्ता मॉडरेट बनी रहेगी. आईएमडी ने रविवार को हल्की बारिश का अनुमान जताया है.
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लॉकडाउन के बावजूद दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बढ़ा हुआ पाया गया
लॉकडाउन के बावजूद दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बढ़ा हुआ पाया गया, वहीं निगरानी तंत्र में भी कमी पाई गई. विश्व पर्यावरण दिवस पर विज्ञान और पर्यावरण केंद्र (सीएसई) ने वायु गुणवत्ता विश्लेषण के ताजा आंकड़े जारी किए हैं जो दर्शाता है कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में महामारी के दौरान हवा कैसी थी.
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यह आकलन अवधि सितंबर 2018 से मई 2021 तक है जिसमें दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में लगातार तीन सर्दियों के मौसम, पूर्व और महामारी युग और लॉकडाउन के विभिन्न चरणों को शामिल किया गया है. रिपोर्ट बताती है कि 2020 में मार्च से मई और अप्रैल-जून, 2021 में लॉकडाउन के दोनों चरणों के दौरान महीन धूल कणों (पीएम 2.5) के स्तर में काफी गिरावट आई है, जबकि शुरुआती महीनों में आंशिक प्रतिबंधों के बावजूद प्रदूषण स्तर में वृद्धि हुई है.
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HIGHLIGHTS
- दिल्ली में मंगलवार तक वायु की गुणवत्ता 'खराब' होगी
- धूल के कारण वायु गुणवत्ता 'मॉडरेट' से खराब स्तर तक पहुंच जाएगी
- आईएमडी ने रविवार को हल्की बारिश का अनुमान जताया है