जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आईषी घोष ने कैंपस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. विवि में प्रदर्शन 28 अक्टूबर से जारी है. 4 जनवरी की सुबह 6 बजे 40 सुरक्षा गार्ड नकाबपोश होकर आते हैं, जिन्होने आईषी घोष को थप्पड़ माना. कुछ प्रोफसर और ABVP वालों ने हमला शुरू कर दिया. हमारे पास सबूत के लिए वीडियों भी है. इस वीडियों को यह कहकर बताया गया कि लेफ्ट के छात्र ABVP के छात्रों पर हमला कर रहे हैं.
11 बजे के बाद स्थानीय पुलिस भी मौके पर मौजूद थी, लेकिन चाय के नाम पर निकल गए. ABVP से मनीष और दुर्गेश कुमार समेत 10-15 लोगों ने हमला शुरू कर दिया. ABVP के लोगों ने छात्राओं पर हमला किया. दिल्ली पुलिस की सुरक्षा पर भरोसा नहीं. JNU स्कूल आफ लेंग्वेज़ में शिक्षकों ने भी छात्रों को डराया. 4-5 तारीख़ को साबरमती होस्टल के सुरक्षा गार्ड गायब थे. 4 तारीख की रात को JNUSU की तरफ से अंहिसक पीस मार्च निकाला गया था.
5 तरीख को कुछ शिक्षकों ने हिंसा के लिए उकसाया था. ABVP के लोगों ने एडमिन ब्लॉक पर पहुंचे थे. 40 की संख्या थी, तभी दोपहर 3 बजे sho वसंतकुज को sms किया गया. SHO और acp को whatsapp किया. 3:07 मिनट पर मैसेज को रीड किया गया. 3:40 पर स्थानीय पुलिस से बात हुई. jnuta की तरफ से पीस की अपील की गई. गोदावरी ढाबा पर 3:30 बजे ABVP की तरफ से पत्थराव हुआ. 4 बजे तक पुलिस वैन पहुंची, पर कोई एक्शन नहीं लिया गया. आईषी घोष दिल्ली सीविल ड्रेस में पूरे समय मौजूद थी.
5 जनवरी शाम 4:30 बजे लाठियों के साथ बाहर के लोग जुटे. नकाब बांधकर कावेरी होस्टल पहुंचे. 5:15 नकाबपोश लोगों का झूंड प्रो तपन के घर के पास जुटे. पुलिस, विवि प्रशासन और ABVP ने मिलकर काम किया है. पुलिस की पीसी में ABVP के नाम नहीं लिया गया. आईषी घोष ने कहा कि प्रशासन का सर्वर नोर्थ गेट में रहता है, आपके पास सबूत क्यों नहीं है. अगर सर्वर टूट गया है तो ग्रुप मेल हमारे पास कैसे आ रहे हैं. मेरे ऊपर लोहे की रोड से हमला हुआ था, मैं अपनी जान बचा रही थी.
ABVP का हमला प्लांट था, संगठित साजिश थी. मीडिया के साथियों के सामने हमला हुआ. सौरभ शर्मा प्रोफसर होते हुए हमला करते हैं. तपन कुमार बिहारी ने कई बार हमला करवाया, उनके घर पर ही गुंडें थे. आजतक मेरी याचिका पर एफआईआर जर्ज नहीं हुई. वीसी से हम बात नहीं कर सकते. यही बात हमने MHRD के सामने कही थी. बीते चार सालों से वीसी ऐसे ही करते हैं. वीसी को हटाना ही अंतिम विकल्प है. विवि में होस्टल फीस के साथ हम रजिस्ट्रेशन नहीं लेंगे, बस ट्यूशन फीस देने के लिए तैयार हैं. रजिस्टेशन को लेकर कई दिक्कते हैं - (120,108 रुपये ट्युशन फीस हम देने के लिए तैयार हैं, अब प्रशासन होस्टल फीस वापस ले)
1. हमारे प्रशासन के साथ कोई बैठक नहीं हुई है.
2. 300 छोत्रों के रजिस्ट्रेशन को जांच के नाम पर रोका गया. आज हमने यह बात mhrd को बोली है, जांच से पहले रोक नहीं चाहिए.
3. हम होस्टल के आडिट के खिलाफ है. कोई वॉडन जांच नहीं कर सकता. हम नहीं करने देगें.
Source : News Nation Bureau