भारत के 'आम आदमी' के रूप में लोकप्रिय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) 16 अगस्त को 54 वर्ष के हो गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश के जानेमाने लोगों ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी है. केजरीवाल दिल्ली के सातवें मुख्यमंत्री हैं और फरवरी 2015 से इस पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने दिसंबर 2013 और फरवरी 2014 के बीच मुख्यमंत्री (Delhi cm kejriwal) का पद कुछ समय के लिए संभाला, लेकिन उन्होंने 49 दिनों के बाद पद छोड़ दिया. केजरीवाल अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं और भ्रष्टाचार के घोर विरोधी भी हैं. आइए जानते हैं उनके 54वें जन्मदिन पर उनके बारे में कुछ दिलचस्प बातें.
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अरविंद केजरीवाल IIT जाने से पहले डॉक्टर बनना चाहते थे और मेडिकल परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. हालांकि उनके सीनियर अरविंद पांडे जो आईआईटी से इंजीनियरिंग कर रहे थे, उन्होंने केजरीवाल को इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए प्रेरित किया. केजरीवाल कॉलेज के किसी गतिविधियों में दिलचस्पी नहीं रखते थे. हालांकि उनके दोस्त उन्हें शिक्षाविदों की तुलना में रंगमंच में अधिक रुचि रखने वाले व्यक्ति के रूप में याद करते हैं. अरविंद केजरीवाल ने पहले प्रयास में IIT-JEE और सिविल सेवा परीक्षा दोनों को पास किया. उन्होंने आयकर विभाग में काम करना शुरू किया और एक तरफ 'परिवर्तन' नामक एक एनजीओ शुरू किया, जिसने लोगों को बिना किसी रिश्वत के अपना काम करने में मदद की. केजरीवाल ने चपरासी रखने से इनकार कर दिया और अपनी खुद की मेज साफ करते थे. अरविंद केजरीवाल शाकाहारी हैं. वह फिल्म के भी शौकीन हैं. हालांकि उनका कहना है कि अब उनके पास फिल्मों के लिए समय नहीं है. केजरीवाल आमिर खान के प्रशंसक हैं, उनके काम की प्रशंसा करते हैं और कॉमेडी देखने का आनंद लेते हैं. केजरीवाल के खिलाफ मानहानि के छह मामले हैं. केजरीवाल को 2006 में एक उभरते हुए नेता होने के लिए रमन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उन्हें भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए नागरिकों को सशक्त बनाने और सूचना के अधिकार (आरटीआई) को प्रोत्साहित करने के लिए पहचाना गया.
जब अन्ना हजारे से जुड़े केजरीवाल
वर्ष 2011 में केजरीवाल ने कार्यकर्ता अन्ना हजारे और अन्य लोगों के साथ मिलकर इंडिया अगेंस्ट करप्शन (IAC) समूह का गठन किया, जिसने जन लोकपाल विधेयक (नागरिक लोकपाल विधेयक) को लागू करने में सरकार की देरी का विरोध किया. हालांकि आंदोलन विफल हो गया, लेकिन केजरीवाल के संघर्ष ने उन्हें दुनिया भर में प्रशंसक बना दिया. उन्होंने AAP का गठन करके सक्रिय राजनीति में कदम रखा, जिसने 2013 में पहली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव जीता. केजरीवाल सीएम बने, लेकिन सरकार 50 दिनों के भीतर गिर गई. राजधानी में राष्ट्रपति शासन के एक साल से अधिक समय के बाद वर्ष 2015 में अगले विधानसभा चुनावों में केजरीवाल की AAP ने दिल्ली में भारी जीत के साथ सत्ता में वापसी की और 70 में से 67 सीटें रिकॉर्ड जीत के साथ वह फिर से सीएम बने. इसके बाद से वह इस पद पर आसीन हैं.
केजरीवाल के बारे में 10 दिलचस्प बातें :
1. अरविंद केजरीवाल ने अपने कुछ साथियों के साथ 2 अक्टूबर 2012 को आम आदमी पार्टी बनाई. इससे पहले उन्होंने लोकपाल बिल के लिए अपने लाखों आंदोलनकारियों के साथ लंबी लड़ाई लड़ी
2. अरविंद केजरीवाल फरवरी 2015 में रिकॉर्ड बहुमत से दिल्ली के मुख्यमंत्री बने. उनके नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की थी. 14 फरवरी 2015 को अरविंद केजरीवाल दूसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने
3. दिल्ली सरकार में मुख्यमंत्री बनने के बाद केजरीवाल ने वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए लाल बत्ती गाड़ी और अपनी सुरक्षा के लिए सुविधाओं से इनकार कर दिया
4. केजरीवाल ने दिल्ली की सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाली शीला दीक्षित को हराकर सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने
5. आईआईटी-खड़गपुर से स्नातक करने के बाद केजरीवाल की पहली नौकरी टाटा स्टील के लिए थी. उन्होंने 1992 में सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के लिए इस्तीफा दे दिया. इसके बाद उन्हें आईआरएस के लिए चुना गया था
6. उन्होंने अपने पहले प्रयास में IIT-JEE और IRS परीक्षा पास की
7. दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने से पहले उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में हिस्सा लिया. उन्होंने आम लोगों की मदद कर रिश्वतखोरी को खत्म करने के लिए 1999 में परिवर्तन नाम से एक एनजीओ शुरू किया
8. अरविंद केजरीवाल ने अपनी उभरती नेतृत्व क्षमताओं के लिए 2006 में रेमन मैगसेसे पुरस्कार जीता
9. वर्ष 2014 में केजरीवाल ने यूपी के वाराणसी से भाजपा के तत्कालीन प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ा था
10. वर्ष 2014 में आम आदमी पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पछाड़ते हुए दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों के टाइम पत्रिका के पाठकों के सर्वेक्षण में शीर्ष स्थान हासिल किया