एक वायरल वीडियो के जरिए पूरे देश में रातों-रात मशहूर हुए बाबा का ढाबा (Baba Ka Dhaba) चलाने वाले कांता प्रसाद ने आज खुदकुशी (Baba Ka Dhaba Owner Kanta Prasad Suicide) की कोशिश की. उन्हें बेहोशी की हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उनकी हालात अभी गंभीर बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक लॉकडाउन के बाद से बाबा का ढाबा वापस पहले जैसी स्थिति में आ गया था. जिससे बाबा का ढाबा के कांता प्रसाद काफी परेशान हो चल रहे थे. आर्थिक तंगी के चलते वे अवसाद में चले गए थे. और उन्होंने अपनी जान देने के लिए नींद की गोलियां खा लीं.
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बाबा का ढाबा के मालिक दिल्ली के मालवीय नगर इलाके में रहते हैं. पुलिस को हॉस्पिटल से उनकी खुदकुशी की कोशिश की जानकारी मिली. यह मामला गुरुवार रात करीब साढ़े 10 बजे का है. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. शुरुआती जांच में सुसाइड की कोशिश का कारण लॉकडाउन में होटल बंद रहना और बाबा ने जो केस दर्ज कराया था उसको लेकर तनाव बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक बाबा कांता प्रसाद की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है.
बाबा का ढाबा के कांता प्रसाद की पत्नी बादामी देवी ने बताया कि मुझे कुछ नहीं पता कि उन्होंने क्या खाया. मैंने नहीं देखा था. वे बेहोश हो गए मैं ढाबे पर बैठी थी. मैं उसे यहां ले आई. डॉक्टर ने अभी तक हमें कुछ नहीं बताया है. पता नहीं उसके दिमाग में क्या चल रहा था. वहीं डीसीपी साउथ अतुल ठाकुर ने बताया कि 'बाबा का ढाबा' के मालिक 80 वर्षीय कांता प्रसाद को कल रात सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शराब और नींद की गोलियां खाने के बाद वह बेहोश हो गया था. इसके लिए उनके बेटे का बयान दर्ज किया गया है. जांच जारी है.
बता दें कि बाबा का ढाबा के मालिक कांता प्रसाद एक विडियो के बाद देशभर में चर्चित हो गए थे. कांता प्रसाद दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर इलाके में सड़क किनारे अपना ढाबा चला रहे थे. उनकी दयनीय स्थिति को देखकर एक यूट्युबर ने उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया. जिसके बाद बाबा की मदद करने के लिए कई लोग सामने आए. पब्लिक से मिले मदद के पैसों से बाबा ने एक नया रेस्टोरेंट खोला था, लेकिन नुकसान के बाद करीब 4 महीने पहले उसे बंद कर दिया था. पैसों की हेराफेरी के आरोप लगाने के बाद पिछले दिनों उनकी यूट्यूबर से भी सुलह हो गई थी.
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बाबा ने मीडिया को बताया था कि रेस्टोरेंट में खर्चे के अनुसार कमाई बेहद कम हो रही थी. रेंट, काम करने वाले लड़कों की तनख्वाह, बिजली और पानी का बिल भरना पड़ता था. रेस्टोरेंट खोलने में डेढ़ लाख से अधिक पैसे लगे थे. रेस्टोरेंट बंद होने के बाद हमने सारा सामान बेच दिया, जिससे 30 से 40 हजार रुपये मिले. बाबा के अनुसार रेस्टोरेंट में यदि महीने का खर्चा 2 लाख रुपये था तो कमाई सिर्फ 15 हजार रुपये हो रही थी.
HIGHLIGHTS
- एक वीडियो से फेमस हो गया था बाबा का ढाबा
- बाबा ने मदद करने वाले यूट्युबर पर ही आरोप लगाए थे
- अर्श तक पहुंच कर वापस फर्श पर आए बाबा