रविवार को दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. आपको बता दें कि इस शपथ ग्रहण का न्योता पीएम मोदी को भी गया था लेकिन वो यहां नहीं पहुंचे और बीजेपी का कोई सांसद या कोई पार्षद भी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के शपथग्रहण में नहीं पहुंचा. अरविंद केजरीवाल के शपथग्रहण समारोह में बीजेपी की ओर से पहुंचने वाले एकमात्र विधायक रहे विजेंद्र गुप्ता. दिल्ली की रोहिड़ी विधानसभा से जीतकर दिल्ली विधानसभा पहुंचे विजेंद्र गुप्ता रामलीला मैदान केजरीवाल के शपथग्रहण में पहुंचे.
जब मीडिया ने विजेंद्र गुप्ता से बातचीत की तब उन्होंने कहा कि जिसे इस समारोह में आना होगा वो आएगा, पार्टी ने इसके लिए कोई व्हिप तो जारी नहीं की है. जब उनसे दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार के लिए कारण पूछा गया तब वो इस सवाल को टाल गए उन्होंने कहा कि इसकी समीक्षा पार्टी करेगी यहां हम ऐसी बातों का जवाब देने के लिए नहीं आए हैं यह शपथ ग्रहण समारोह है और हम अरविंद केजरीवाल को बधाई देने के लिए यहां आए हैं न कि बीजेपी की हार की समीक्षा करने के लिए और मैं उन्हें लगातार तीसरी बार दिल्ली का सीएम बनने पर बधाई देता हूं.
यह भी पढ़ें-बीजेपी ने शुरू की बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी, 22 फरवरी जेपी नड्डा करेंगे दौरा
विजेंद्र गुप्ता ने आगे कहा कि हमें उम्मीद है कि इस बार अरविंद केजरीवाल अपने पिछले दो शासनों के दौरान जो गलतियां हुईं हैं उन्हें सुधारेंगे. उन्होंने केजरीवाल सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जीत और सफलता का मंत्र होता है कि झुक कर चलें उनके लिए यही बेहतर रहेगा कि जनता की सेवा के लिए केंद्र के साथ मिलकर काम करें साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षकों के मामले में केजरीवाल ने जो कुछ किया वो दुर्भाग्यपूर्ण है यह उनकी सोच के बारे में दर्शाता है कि वो एक तानाशाही मानसिकता के व्यक्ति हैं.
यह भी पढ़ें-दिल्ली ने शुरू की नई राजनीति, शपथ लेने के बाद बोले सीएम केजरीवाल- मैं सभी का सीएम हूं
आपको बता दें कि रविवार को रामलीला मैदान में अरविंद केजरीवालव लगातार तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. इस बार नई दिल्ली से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के सुनील यादव को अरविंद केजरीवाल ने 21,697 वोटों से करारी शिकस्त दी है. केजरीवाल की लोकप्रियता को देखते हुए बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने उनके खिलाफ नई दिल्ली सीट से डमी उम्मीदवार मैदान में उतारे थे. आपको बता दें कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से इस बार आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की है वहीं भारतीय जनता पार्टी को इस बार 5 सीटों का इजाफा हुआ है वो 8 सीटों तक जा पहुंची है जबकि कांग्रेस का साल 2015 की तरह इस बार भी खाता नहीं खुल पाया है.