देश की राजधानी दिल्ली )Delhi) में जहां एक और कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के मामलों में कमी आई है. वहीं सैकड़ों लोग अभी भी ब्लैक फंगस (Delhi Black Fungus Cases) की बीमारी से ग्रस्त हैं. दिल्ली में ब्लैक फंगस से कोहराम मचा हुआ है. दिल्ली में ब्लैक फंगस से अब तक 89 मरीजों की मौत हो गई हैं. वहीं 92 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हुए हैं. इसके साथ ब्लैक फंगस के 963 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं. इसके बाद राजधानी में ब्लैक फंगस के कुल 1044 मामले हो गए हैं.
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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में ब्लैक फंगस के मामलों पर जानकारी देते हुए कहा कि ब्लैक फंगस के करीब 650 केस दिल्ली सरकार के अस्पतालों में हैं. हालांकि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में ब्लैक फंगस के रोगियों का उपचार करने के लिए आवश्यक इंजेक्शन की बहुत कमी है. दिल्ली में शनिवार को करीब एक हजार इंजेक्शन आए थे. यह संख्या बहुत कम है, क्योंकि एक दिन में एक मरीज को तीन से चार टीके लगते है. वहीं रविवार को तो कोई टीका ही नहीं आया है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को माता सुंदरी रोड स्थित राजकीय सर्वोदय बाल कन्या विद्यालय में पत्रकारों और उनके परिजनों के लिए फ्री वैक्सीनेशन सेंटर की भी शुरूआत की. इस सेंटर पर 18 से 44 और 45 साल से अधिक उम्र के पत्रकार व उनके परिजन वैक्सीन लगवा सकते है और मौके पर पंजीकरण भी कर सकेंगे.
वैक्सीनेशन सेंटर शुरू करने के उपरांत सीएम ने कहा कि इस स्कूल में पत्रकारों और उनके परिवार के लोगों के लिए वैक्सीनेशन की व्यवस्था शुरू की जा रही है. कई दिनें से पत्रकारों की तरफ से मांग की जा रही थी कि उनके लिए विशेष व्यवस्था की जाए. मुझे बहुत खुशी है कि आज यह व्यवस्था स्कूल में शुरू की जा रही है. यहां पर 18 से 44 और 45 साल से अधिक उम्र के दोनों श्रेणियों के पत्रकार और उनके परिवार के लोग आकर वैक्सीन लगवा सकते हैं. वैक्सीन लगवाने के लिए मौके पर ही पंजीकरण किया जा सकेगा. मेरी सभी पत्रकारों से अपील है कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में आकर सभी लोग वैक्सीन लगवाएं. इस समय वैक्सीन के जरिए ही अपने आप को कोरोना से बचा सकते हैं.
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कोविड दवा मानदंडों की धज्जियां उड़ाने पर और 12 दवा दुकानें बंद
राष्ट्रीय राजधानी में 25 केमिस्ट दुकानों को बंद करने के एक हफ्ते बाद, बुधवार को शहर में 12 से अधिक दवा की दुकानों के लाइसेंस बिना डॉक्टर के पर्चे के कोविड उपचार की दवाएं बेचने के कारण निलंबित कर दिए गए. दिल्ली सरकार के सूत्रों ने बताया कि इसी वजह से विकास राष्ट्रीय राजधानी में म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर की जा रही कार्रवाई का हिस्सा है.
विशेषज्ञों की ओर से नियमित रूप से चेतावनी दी गई है, जो ब्लैक फंगस के मामलों में स्पाइक के लिए कोविड रोगियों के बीच स्टेरॉयड के अंधाधुंध उपयोग को दोषी ठहराते हैं.
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने 22 मई को राष्ट्रीय राजधानी में दवा बेचने वाली फार्मेसियों को अपनी दुकानों पर उपलब्ध स्टॉक और दवाओं की दरों को प्रमुखता से प्रदर्शित करने का निर्देश दिया था.
HIGHLIGHTS
- दिल्ली में ब्लैक फंगस से अब तक 89 मरीजों की मौत हो गई हैं
- राजधानी में ब्लैक फंगस के कुल 1044 मामले हो गए हैं
- ब्लैक फंगस के करीब 650 केस दिल्ली सरकार के अस्पतालों में हैं