दिल्ली के रोहिणी में सीआरपीएफ स्कूल के पास हुए शक्तिशाली बम विस्फोट ने पूरे इलाके को हिला दिया. घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन विस्फोट से स्कूल की दीवार और आस-पास की दुकानों और वाहनों को भारी नुकसान पहुंचा है. पुलिस ने बताया कि विस्फोटक को पॉलीथीन बैग में लपेटकर आधे से एक फुट गहरे गड्ढे में लगाया गया था. इसके बाद गड्ढे को कचरे से ढक दिया गया था. घटनास्थल पर सफेद टी-शर्ट पहने एक संदिग्ध की गतिविधि सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई है.
सीसीटीवी डीवीआर को कब्जे में ले लिया
पुलिस ने आस-पास के सभी सीसीटीवी डीवीआर को अपने कब्जे में ले लिया है और दो संदिग्ध लोगों की पहचान की है. हालांकि, पुलिस अभी भी इस बात की पुष्टि कर रही है कि इस विस्फोट में उनकी कोई भूमिका है या नहीं. मामले में दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि विस्फोट के कारण स्कूल की चारदीवारी में छेद हो गया है और आस-पास की दुकानों के शीशे और साइनबोर्ड क्षतिग्रस्त हो गए हैं. घटनास्थल पर सफेद पाउडर बिखरा हुआ मिला.
अधिकारिओं ने घटनास्थल पर जांच की
वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू हो गई है. एनआईए, एनएसजी और एनडीआरएफ की टीमें भी घटनास्थल पर पहुंच गईं. पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांचकर्ताओं को संदेह है कि अपराधियों का इरादा अधिकारियों को चेतावनी देना था. इस घटना ने पूरे इलाके को हिला दिया है और लोगों में भय का माहौल है. पुलिस ने लोगों से सहयोग करने की अपील की है और घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है.
बचाव अधिनियम के तहत अपराध दर्ज
रोहिणी जिले की अपराध टीम, एफएसएल रोहिणी, बीडीटी, एनडीआरएफ, एनएसजी, अग्निशमन विभाग और स्वाट को सूचित किया गया और सभी टीमें मौके पर पहुंच गईं. अब तक की जांच, घटनास्थल के निरीक्षण से, अज्ञात विस्फोटक पदार्थ के कारण विस्फोट का मामला सामने आया है. यू/एस 326(जी) बीएनएस, धारा 3, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और धारा 4, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान से बचाव अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया गया है.
पीटीआई के अनुसार, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने खुलासा किया कि अधिकारी घटना में संभावित खालिस्तानी पहलू की तलाश कर रहे हैं. समाचार एजेंसी के अनुसार, अधिकारी ने कहा कि जांचकर्ताओं को संदेह है कि अपराधियों का इरादा अधिकारियों को चेतावनी देना था.