मुख्यमंत्री चन्नी के सामने पांच महादागी मंत्रियों को सलाखों के पीछे भिजवाने की चुनौती: हरपाल सिंह चीमा*

-कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत, शाम सुंदर अरोड़ा, भारत भुषण आशु, बलबीर सिंह सिद्धू और राणा गुरमीत सिंह सोढी के खिलाफ सबूतों के बंडल सार्वजनिक: आप*

author-image
Nandini Shukla
New Update
cheema

मुख्यमंत्री चन्नी के सामने पांच महादागी मंत्रियों को सलाखों के पीछे भि( Photo Credit : file photo)

Advertisment

*चंडीगढ़, 22 सितंबर 2021*

आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ एवं प्रतिपक्ष नेता हरपाल सिंह चीमा ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को चुनौती देते हुए कहा कि वह कैप्टन मंत्रीमंडल के 5 महादागी मंत्रियों पर केस दर्ज कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाएं और पंजाब के लूटे गए अरबों रूपये बरामद करें।

चीमा ने पार्टी हेडक्वार्टर से बुधवार को प्रदेश महासचिव हरचंद सिंह बरसट और पार्टी प्रवक्ता नील गर्ग सहित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि भले ही कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत उनकी पूरी कैबिनेट व अधिकांश कांग्रेसी विधायकों ने बादलों की तर्ज पर पंजाब और पंजाब के लोगों को खुलकर लूटा। लेकिन कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत, शाम सुंदर अरोड़ा, भारत भुषण आशु, बलबीर सिंह सिद्धू और राणा गुरमीत सिंह सोढी के खिलाफ तो सबूतों के बंडल सार्वजनिक हो चुके हैं।

चीमा ने कहा कि आम आदमी पार्टी न केवल इन मंत्रियों के खिलाफ पंजाब सरकार और पंजाब के राज्यपाल से इन्हें बर्खास्त करने की मांग करती रही है, बल्कि इन मंत्रियों समेत पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास का घेराव भी करती रही है। लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह दागी मंत्रियों को अपनी कुर्सी के लिए बचाते रहे। इस कारण नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस पार्टी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के लिए यह परीक्षा की घड़ी है कि वह पंजाब और पंजाब के हित के लिए इन भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ केस दर्ज कर इन्हें सलाखों के पीछे भिजवाते हैं या फिर दोबारा मंत्री पद बख्श कर कैप्टन की तर्ज पर स्वयं को नए ‘अली बाबा’ घोषित करते हैं।

यह भी पढ़े - बेंगलुरु बीएसएफ प्रशिक्षण शिविर में 34 सैनिक कोरोना पॉजिटिव पाए गए

हरपाल सिंह चीमा ने सरकारी दस्तावेजों को बतौर सबूत दिखाते हुए कहा कि कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत ने पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप (वजीफा) में लगभग आठ करोड़ रूपये का घोटाला कर लाखों गरीब छात्रों से शिक्षा हासिल करने का अधिकार छीना है। उन्होंने कहा कि जहां पंजाब सरकार के वरिष्ठ अधिकारी कृपा शंकर सरोज ने मंत्री साधू सिंह धर्मसोत के खिलाफ जांच रिपोर्ट दी है। वहीं केंद्र सरकार और सीबीआई ने भी कार्रवाई के लिए कैप्टन सरकार से संबंधित फाइलों की मांग की है। यहां तक की एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी दविंदर सिंह ने चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत देकर साधू सिंह धर्मसोत के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की थी। चीमा ने मंत्री साधू सिंह धर्मसोत को क्लीन चीट देने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई कर घोटाले की रकम वसूलने की मांग की है।

कैबिनेट मंत्री भारत भुषण आशु पर भू-माफिया और मंडी माफिया से संबंध होने के आरोप लगाते हुए हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि आशु का नाम बाहरी राज्यों से सस्ती कीमतों पर धान और गेहूं लाकर पंजाब की मंडियों में बेचकर दस हजार करोड़ रूपये का घोटाला करने से घिरा हुआ है। इसी तर्ज पर भारत भुषण आशु लुधियाना के कई करोड़ रुपये के सीएलयू जमीन घोटाले में भी संलिप्त हैं। लेकिन कैप्टन सरकार ने आशु को बचाकर उसका पर्दाफाश करने वालों पर ही कार्रवाई कर डाली।

हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू भी करीब आठ करोड़ रुपये की कीमती नशा छुड़ाओ गोलियां गायब करने और मोहाली के बलौंगी में अरबों रूपये की शामलात भूमि गऊशाला के नाम पर हड़पने जैसे भ्रष्टाचार के मामलों से घिरे हैं। कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मामले को विचाराधीन बताकर जानकारी सार्वजनिक करने से बच रहा है।

यह भी पढ़े - कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने बेंगलुरु मेट्रो के दूसरे चरण के पूरा करने की तय की समय सीमा

चीमा ने कहा कि राणा गुरमीत सिंह सोढी सडक़ परियोजना समेत अन्यों के लिए सरकार से तीन बार मुआवजा हासिल कर चुके हैं। चीमा ने कहा कि मंत्री शाम सुंदर अरोड़ा भी मोहाली में 31 एकड़ भूखंड आवंटन में लगभग साढ़े चार सौ करोड़ रुपये के आवंटन घोटाले से घिरे हैं। इसी तरह पीएसआईईसी 1500 करोड़ रूपये का औद्योगिक प्लॉट वितरण घोटाला भी इसी मंत्री के मंत्रालय से जुड़ा हुआ है। लेकिन इसपर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

HIGHLIGHTS

  • मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को चुनौती 
  • कैप्टन मंत्रीमंडल के 5 महादागी मंत्रियों पर केस दर्ज कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाएं
  • पीएसआईईसी 1500 करोड़ रूपये का औद्योगिक प्लॉट वितरण घोटाला

Source : News Nation Bureau

aam aadmi party Punjab government corruption case navjot singh sidhu case harpal singh challenge chandigarh case
Advertisment
Advertisment
Advertisment