देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस (Corona virus) के मामलों में लगातार कमी आ रही हैं.इस बीच दिल्ली में कोरोना फैलाने या फिर उसकी रोकथाम नहीं करने वालों के खिलाफ किए जाने वाले चालान को लेकर बवाल खड़ा होने लगा है. सार्वजनिक जगहों पर या फिर वर्कप्लेस पर मास्क नहीं पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने, पान गुटखा तंबाकू आदि खाकर सार्वजनिक जगह पर थूकने और दूसरी गाइडलाइंस का अनुपालन नहीं करने की स्थिति में किए जाने वाले दो हजार के चालान किये जाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने एक ट्वीट किया है.
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दिल्ली पुलिस ने बताया कि दिल्ली में कोरोना के नियमों की अवहेलना को लेकर सिविल डिफेंस वालंटियर्स लोगों के चालान काट रहे हैं, जबकि उनके पास ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है. दिल्ली पुलिस को इस मामले में शिकायत मिली है और पुलिस ने ऐसे मामलों का संज्ञान लेते हुए कुछ एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है. दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के नागरिकों से भी अपील की है कि किसी भी चालान को स्वीकार करने से पहले चालानकर्ता की सही पहचान अवश्य करें.
दिल्ली पुलिस को ज्ञात हुआ है कि दिल्ली सिविल डिफेंस वालंटियर्स कोविड नियमों की अवहेलना के चालान कर रहे हैं। इनके पास अभियोजन का कोई कानूनी अधिकार नहीं है।
अक्सर इन्हें दिल्ली पुलिसकर्मी समझ लिया जाता है और इनके कुछ कुकृत्य दिल्ली पुलिस के समझ लिए जाते हैं। #सतर्करहें
— #DilKiPolice Delhi Police (@DelhiPolice) February 11, 2021
दिल्ली पुलिस ने अपने ट्वीट में कहा, दिल्ली पुलिस को ज्ञात हुआ है कि दिल्ली सिविल डिफेंस वालंटियर्स कोविड नियमों की अवहेलना के चालान कर रहे हैं. इनके पास अभियोजन का कोई कानूनी अधिकार नहीं है. अक्सर इन्हें दिल्ली पुलिसकर्मी समझ लिया जाता है और इनके कुछ कुकृत्य दिल्ली पुलिस के समझ लिए जाते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि इन वालंटियर्स को पुलिस से मिलती जुलती वर्दी मिलती है. ऐसे मामलों का संज्ञान लेते हुए कुछ एफआईआर FIR दर्ज की जा चुकी हैं और अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है. दिल्ली की जनता से अपील है ऐसे किसी भी चालान को स्वीकार करने के पहले चालान-कर्ता की सही पहचान अवश्य कर लें.
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बता दें कि दिल्ली में सिविल डिफेंस पूरी तरह से दिल्ली सरकार के अधीन है, जबकि दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार के अधीन काम करती है. दिल्ली सिविल डिफेंस के कार्यकर्ताओं को कोरोना नियमों का उलंघन करने वाले लोगों के चालान काटने का अधिकार भी नहीं है. दिल्ली सरकार कई बार अपने कार्यक्रमों में दिल्ली सिविल डिफेंस की तैनाती करती है और उसे कुछ अधिकार भी दिए गए हैं, लेकिन दिल्ली में कानून व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की ही है और चालान काटने का अधिकार भी दिल्ली पुलिस को ही है.
HIGHLIGHTS
- सिविल डिफेंस वालंटियर्स काट रहे हैं कोरोना के चालान
- दिल्ली पुलिस ने नागरिकों के लिए जारी किया मैसेज
- दिल्ली पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर
Source : News Nation Bureau