दिल्ली मेट्रो के किराये में छह महीने के भीतर दोगुना बढ़ोतरी के प्रस्ताव को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जनविरोधी बताया है। वहीं दिल्ली मेट्रो के प्रमुख मंगू सिंह ने साफ कर दिया है कि किराया बढ़ाए जाने के प्रस्ताव को वापस नहीं लिया जाएगा।
आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी जनविरोधी कदम है। मैंने परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को एक सप्ताह के भीतर इस किराया वृद्धि को रोकने का उपाय निकालने को कहा है।'
गहलोत के साथ बैठक के बाद मंगू सिंह ने कहा, 'मेट्रो के किराए की बढ़ोतरी के संबंध में दिल्ली सरकार से बातचीत हुई है। हमने मंत्री जी को इस बारे में स्पष्ट कर दिया है कि कैसे किराया तय किया गया है। फिलहाल के लिए तो यही है कि किराया बढ़ाया जाएगा।'
उन्होंने कहा, 'फेयर फिक्सेशन कमेटी पिछले साल सितंबर में ही बन गई थी और इस साल मई में नए किराए का ऐलान कर दिया गया था।' वहीं गहलोत ने कहा कि दिल्ली सरकार मेट्रो किराया बढ़ाए जाने के खिलाफ है।
आपको बता दें कि दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन में केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार 50-50 की पार्टनर है।
दिल्ली मेट्रो का किराया अक्टूबर में दूसरी बार बढ़ने जा रहा है। मेट्रो के प्रस्ताव के मुताबिक दिल्ली मेट्रो में किराया न्यूनतम 10 रुपये से लेकर अधिकतम 60 रुपये किया जाएगा।
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इससे पहले डीएमआरसी ने इसी साल मई में किराया बढ़ाया था। उस समय न्यूनतम किराया 8 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये, जबकि अधिकतम किराया 30 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया था।
यानी अब 3 अक्टूबर से जो नए किराए लागू होंगे वो मई से पहले के किराए के मुकाबले दोगुने होंगे।
Source : News Nation Bureau