कांग्रेस ने सोमवार को लॉकडाउन की तुलना नोटबंदी से की और सरकार पर आरोप लगाया कि वह ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह व्यवहार कर रही है, क्योंकि उसने लॉकडाउन की घोषणा करने से पहले कोई योजना नहीं बनाई. कांग्रेस ने कहा कि लॉकडाउन और नोटबंदी के बीच समानता यह है कि भाजपा सरकार ने पहले सोचने और फिर करने के बुनियादी नियम के बजाय बिना सोचे-समझे कार्य किया.
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कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा कि लॉकडाउन और नोटबंदी दोनों में, भाजपा सरकार ने आम आदमी को लूटकर, समाज के कमजोर वर्गों के दर्द को नजरअंदाज करके ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह व्यवहार किया, सरकारी लोगों की जेब भरने के लिए भारत के लोगों की जेब से खिलवाड़ किया. जयवीर शेरगिल ने कहा कि खराब नियोजन, असंवेदनशील दृष्टिकोण और तर्कहीन निर्णय लेना, तीन ऐसे लक्षण हैं, जो लॉकडाउन और नोटबंदी के दौरान भाजपा सरकार के प्रदर्शन में एक जैसे रहे. जिनने समाज के कमजोर वर्गों के लिए पीड़ा, तनाव और संकट पैदा किया.
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कांग्रेस ने कहा कि भाजपा ने विनाशकारी प्रभावों को पूरी तरह से नजरअंदाज करते हुए शुतुरमुर्ग की तरह दृष्टिकोण अपनाया और अब फिर से मरणासन्न अर्थव्यवस्था को ऑक्सीजन प्रदान करने की तत्काल आवश्यकता को नजरअंदाज कर दिया है. लॉकडाउन और नोटबंदी दोनों में ही भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कुशासन का हरजाना आम आदमी, मजदूर वर्ग, एमएसएमई ने अपने खून पसीने से भुगता है. कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हम नोटबंदी और लॉकडाउन की समानताएं देख रहे हैं, जिनमें जनता के लिए कोई योजना या राहत उपाय नहीं हैं. कांग्रेस ने कहा कि मुद्दों के बीच असंगति है. सिंघवी ने कहा कि इस तरह का दृष्टिकोण और चूक, जो भारत मौजूदा समय में है और जो 7, लोक कल्याण मार्ग की कल्पना में है, उसमें विसंगति को दर्शाता है.
Source : News State