देश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए निर्णायक जंग में टीकाकरण को लेकर लोगों में कई तरह की आशंकाएं बनी हुई हैं. इसका नतीजा यह है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ही दूसरे दिन महज 3598 कर्मचारियों ने ही टीका लगवाया, जो निर्धारित लक्ष्य का सिर्फ 44.22 फीसद है. पहले दिन (रविवार) के मुकाबले यह 721 कम है. जबकि इससे भी स्थिति देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में दिखी, जहां सोमवार को महज 8 कर्मचारियों ने ही कोरोना का टीका लगवाया है.
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सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों से पता चला है कि टीकाकरण के दूसरे दिन सुबह 9 से शाम 5 बजे के बीच दिल्ली में सभी 81 केंद्रों पर कुल 8,136 कोरोना वॉरियर्स को टीका लगाया जाना था. लेकिन वास्तव में सोमवार को महज 3598 कर्मचारियों ने ही टीका लगवाया. कोविड -19 टीकाकरण इस हफ्ते अभी मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को भी होना है.
दिल्ली में कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे दिन 26 कर्मचारियों (0.72 फीसदी) में टीके के कुछ दुष्प्रभाव देखे गए. पूर्वी दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के एक कर्मचारी समेत उनमें से दो कर्मचारियों में थोड़ा गंभीर दुष्प्रभाव देखा गया. जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता थी. वहीं 24 कर्मचारियों को बहुत ही हल्का दुष्प्रभाव हुआ था. इससे पहले कोरोना वैक्सीनेशन के पहले दिन लक्ष्य के मुताबिक दिल्ली में 8,117 को वैक्सीन दी जानी थी, जिनमें से 4319 (53.3 फीसदी) लोगों ने ही टीका लगवाया था. जबकि पहले दिन एम्स में 52 लोगों को वैक्सीन लगाई गई.
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दिल्ली में सोमवार को 81 में से 75 केंद्रों पर 7541 फीसदी कर्मचारियों को कोविशील्ड (Covishield) वैक्सीन देने का लक्ष्य था, जिसमें से 3359 कर्मचारियों ने ही टीके को लगवाया. जबकि 6 केंद्रों पर 595 कर्मचारियों को कोवैक्सीन (Covaxin) देने का लक्ष्य था, जिसमें से 239 कर्मचारियों ने वैक्सीन लगवाई. आंकड़ों के अनुसार, कोविशिल वैक्सीन के लिए लोगों की उपस्थित 44.5 फीसदी था, जबकि कोवैक्सीन के लिए यह 40 फीसदी थी.
Co-WIN ऐप से मैसेज भेजने में गड़बड़ी
टीकाकरण के लिए को-विन एप से मैसेज भेजने में गड़बड़ी भी सामने आई है. लोगों में कोरोना वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट के अलावा वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने इस घटते आंकड़े के लिए कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (Co-Win) ऐप को भी जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि एप द्वारा यादृच्छिक रूप से चुने गए अधिकांश लाभार्थियों को पाठ संदेश (एसएमएस) भेजने में वह विफल रहे.
Source : News Nation Bureau