दिल्ली की एक निजी प्रयोगशाला ने कोविड-19 के इलाज में भारत के स्वदेशी टीके कोवैक्सीन के मनुष्यों पर परीक्षण के लिए केंद्रीय प्रयोगशाला के तौर पर चयनित होने का दावा किया है. भारत बायोटेक, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के साथ मिलकर इस टीका का निर्माण कर रहा है. डॉ. डैंग्स लैब ने बुधवार को कहा कि उसने मनुष्यों पर इस टीके के परीक्षण के लिए भारत बायोटेक के साथ साझेदारी की है.
उसने एक बयान में कहा कि हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि डॉ. डैंग्स लैब, नई दिल्ली को भारत बायोटेक द्वारा बनाए जा रहे भारत के स्वदेशी कोविड-19 टीके कोवैक्सीन के मनुष्यों पर क्लिनिकल ट्रायल के लिए केंद्रीय प्रयोगशाला के तौर पर चयनित होकर देश की सेवा करने का अवसर दिया गया है. भारत बायोटेक, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के साथ मिलकर यह टीका बना रहा है.
बयान में कहा गया है कि डॉ. डैंग्स लैब अभी इस क्लिनिकल ट्रायल के विभिन्न चरणों के लिए जांच और सुरक्षा के वास्ते सभी नमूने हासिल कर रहा है. उसने बताया कि लैब को सुरक्षा जांच के लिए विभिन्न जगहों से हर दिन 50 से 100 विषयों के नमूने मिल रहे हैं. बयान के अनुसार, नियामक अधिकारियों द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन किया जा रहा है. लैब के पास हर क्षेत्र में प्रख्यात विशेषज्ञ हैं जो प्रभावी और सुरक्षित कोविड-19 टीके की तत्काल जरूरत को पूरा करने के लिए गुणवत्तापूर्वक और समय रहते नतीजे देने के वास्ते निरंतर और मिलकर काम कर रहे हैं.
Source : Bhasha