दिल्ली में एक बार फिर कोरोना की लहर लौट रही है. चार दिन से लगातार चार हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. इससे पहले इसी तरह की तेजी सितंबर में देखी गई थी. तब उसे कोरोना की दूसरी लहर बताया गया था. विशेषज्ञों का कहना है कि समय से पहले ही दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर आती दिखाई दे रही है. विशेषज्ञ त्यौहारी मौसम में बढ़ोतरी के आसार जता रहे थे लेकिन समय से पहले ही मामलों में तेजी से चिंता और बढ़ गई है.
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तीन दिन में कोरोना के 12 हजार से अधिक मामले
दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना बन चुकी है. तीन दिन में संक्रमण के 12,338 मामले आए हैं. इससे पहले 15 से 22 सितंबर के बीच भी रोजाना चार हजार से ज्यादा संक्रमित मिल रहे थे. 16 सितंबर को 4473 केस आए थे. इससे बाद कोरोना के मामलों लगातार कमी देखी गई. एक समय कोरोना के मामले 2100 तक पहुंच गए थे. विशेषज्ञों का कहना है कि जिस हिसाब से अब रोजाना मामले बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि दिल्ली में कोरोना का तीसरा चरम चल रहा है.
तीन दिन में इतने आए मामले
दिन मामले
23 अक्तूबर 4086
24 अक्तूबर 4116
25 अक्तूबर 4136
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'तीसरे पीक की तरफ बढ़ना चिंता की बात'
नीति आयोग के सदस्य वीके पाल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि केरल, पश्चिम बंगाल और दिल्ली कोरोना संक्रमण के तीसरे पीक की तरफ बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना महामारी 'ढलान पर और नियंत्रण में' है लेकिन उन्होंने साथ में आगाह भी किया कि हम लापरवाह नहीं हो सकते, हमें सतर्क बने रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि केरल, पश्चिम बंगाल और दिल्ली तीसरे पीक की तरफ बढ़ रहे हैं जो चिंता की बात है. पाल ने कहा कि अगर कोरोना को रोकने वाले एहतियातों का सही से पालन नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में और ज्यादा चुनौतियां आ सकती हैं. उन्होंने सभी से मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और हाथ की सफाई को जारी रखने की अपील की.
Source : News Nation Bureau