देश की राजधानी दिल्ली में कोरोनावायरस (Coronavirus) का संकट बढ़ता ही जा रहा है. राज्य में लगातार कोरोना के मामलों में वृद्धि हो रही है. वहीं दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों में अगले कुछ ही घंटों में ऑक्सीजन समाप्त हो सकती है. ऐसा ही हालत जीटीवी अस्पताल की है. यहां महज 4 घंटे के लिए की ऑक्सीजन बची है. जीटीबी अस्पताल में फिलहाल कोरोना के 500 रोगी ऑक्सीजन पर है. दिल्ली सरकार के मुताबिक उन्होंने केंद्र सरकार से तुरंत मदद की मांग की है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जीटीबी अस्पताल में ऑक्सीजन की तीव्र कमी. ऑक्सीजन 4 घंटे से अधिक नहीं चल सकती है. यहां ऑक्सीजन बेड पर 500 से अधिक कोरोना रोगियों का उपचार चल रहा है.
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दिल्ली में कोरोना की स्थिति को लेकरे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने न्यूज नेशन से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि मैं और मनीष सिसोदिया हर वार्ड तक में जाकर जाकर व्यवस्था को देख रहे हैं. अभी सबसे बड़ी समस्या ऑक्सीजन सप्लाई की है. ऑक्सीजन सप्लाई जैसे ही ठीक होती है, स्थिति ठीक होगी.
कोरोना टेस्टिंग में हो रही परेशानी पर पर उन्होंने कहा कि दिल्ली में 90,696 टेस्ट बीते 24 घंटे में हुए हैं. इतने ज्यादा केसेज आ गए हैं, तो लोगों को डर लग रहा है. सभी लोग टेस्ट कराना चाहते हैं, लेकिन टेस्ट कराने से भी ज्यादा इंपॉर्टेंट है कि उसकी रिपोर्ट आए, अगर 6 दिन बाद रिपोर्ट आती है, तो उसका कोई मतलब नहीं रहता है. दिल्ली की पूरी कैपिसिटी के हिसाब से हम टेस्टिंग कर रहे हैं. कुछ दिन पहले तक रिपोर्ट आने में 2-3 दिन लग रहे थे, अब 24 घण्टे में रिपोर्ट आ रही है.
सत्येंद्र जैन ने आगे कहा कि दिल्ली के सभी, सरकारी और प्राइवेट दोनों ही लैब्स में सैंपल भेजे जा रहे हैं. पहले टेस्ट की रिपोर्ट में देरी हो रही थी, हमने उस पर सख्ती की और कहा कि जितनी कैपेसिटी है, उतना ही टेस्ट करें, दिल्ली में किसी भी दूसरे राज्य की तुलना में 5 गुना ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने ये भी कहा कि जो सिम्पटम्स के हिसाब से पॉजिटिव नजर आता है, उन्हें भर्ती किया जा रहा है और उनका इलाज किया जा रहा है. अगर RTPCR में पॉजिटिव आ गए, तो उसे भर्ती किया ही जाता है, लेकिन कई बार लोग दूसरे या तीसरे टेस्ट में पॉजिटिव आते हैं. अभी बिना रिपोर्ट के एडमिशन न लेने के पीछे कारण यह है कि दिल्ली में दिल्ली के मरीज ही बहुत ज्यादा हैं, बेड्स की कमी है, लेकिन जिनके पास बेड्स हैं, वहां ऐसे मरीजों को ले लेते हैं.
सत्येंद्र जैन ने कहा कि हम पूरी ताकत के साथ तैयारियों में लगे हैं. एक-एक हॉस्पिटल का दौरा कर रहे हैं, मैं और मनीष सिसोदिया हर वार्ड तक में जाकर जाकर व्यवस्था को देख रहे हैं. अभी सबसे बड़ी समस्या ऑक्सीजन सप्लाई की है. ऑक्सीजन सप्लाई जैसे ही ठीक होती है, स्थिति ठीक होगी. सभी एक्सपर्ट का मानना था कि अब तक पिक खत्म हो जाना चाहिए था. लेकिन यह कुछ लंबा चल रहा है. सभी उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द स्थिति ठीक हो.