महामारी कोरोनावायरस (CoronaVirus Covid-19) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन 4.0 लागू कर दिया गया है. राजधान दिल्ली में भी कुछ छूट के साथ लॉकडाउन-4 लागू हो गया है. लेकिन यहां के हालात देखकर ऐसा लग रहा है कि केजरीवाल सरकार को उनका फैसला भारी पड़ सकता है. दरअसल, अभी लॉकडाउन 4.0 में छूट मिले कुछ ही दिन हुए हैं लेकिन लोग सड़क, बस , रिक्शा और मंडियों में टूट पड़े हैं. लोग सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाते दिख रहे है, ऐसे में कोरोना संकट और गहराता नजर आ रहा हैं.
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सरकार के नियमों के मुताबिक, डीटीसी बस में 20 से ज्यादा यात्री सवार नहीं हो सकते लेकिन यहां बसों में सवार होने के लिए रेस लग रही हैं. बसें पर्याप्त संख्या में नहीं चल रही लिहाजा लोग लाइन में खड़े होकर बसों का इंतजार कर रहे हैं. यात्रियों के मुताबिक, बसों की आवाजाही ज्यादा नहीं है नतीजन उन्हें कई घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है. ऐसे में यात्रियों के सामने ये दुविधा है कि वो नियम कायदों का पालन करे या जल्दी घर या ऑफिस पहुंचे.
दिल्ली में लॉकडाउन की छूट से अव्यवस्था का आलम सिर्फ सड़कों पर नहीं बल्कि गाजीपुर सब्जी मंडी में भी दिख रहा है. यहां भीड़ का आलम ये है कि तिल रखने की जगह नहीं. यहां भीड़ को नियंत्रित करने का कोई मैकेनिज्म नहीं है. लिहाजा यहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही है , जिसे देखने वाला कोई नहीं है.
दिल्ली के कालिंदी कुंज के पास रोड की हालत कुछ ऐसी ही थी, जहां गाड़ियों की तादाद इतनी ज्यादा हो गई कि लंबा जाम लग गया. घंटों लोग जाम में फंसे रहे, जिस वजह से लोग काफी परेशान दिखे. ये बात सच है कि मेट्रो के न चलने से यात्रियों की संख्या बसों में ज्यादा दिख रही है. लेकिन ऐसे हालत को संभालना बेहद जरूरी है ताकि कोरोना की बड़ी आफत से दिल्ली को महफूज रखा जा सके.