दिल्ली में कोरोना का सकंट जारी है. अस्पतालों में ऑक्सीजन से लेकर बेड, दवाईयों तक की किल्लत की खबर सामने आ रही है. इस बीच दिल्ली सरकार ने 900 बेड के इंदिरा गांधी अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया. शुरूवात में 250 कोरोना इलाज के लिए इस्तेमाल होंगे, जिसकी संख्या धीरे धीरे बढ़ाई जाएगी. दिल्ली सरकार के मुताबिक वैक्सीनेशन कार्यक्रम को 300 स्कूलों में शुरू करने की कार्ययोजना तैयार की जा चुकी है. केवल वैक्सीन का इंतजार है. वैक्सीन मिलने पर दिल्ली में प्रतिदिन 3 लाख लोगों का टीकाकरण संभव है. ऐसी स्थिति में 1 महीने के अंदर 80 से 85 लाख लोगों का टीकाकरण हो सकेगा. इस हिसाब से दिल्ली में सभी 1.50 करोड़ व्यक्तियों का वैक्सीनेशन 3 महीने में पूरा कर लिया जाएगा.
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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली की जनसंख्या 2 करोड़ है. 50 लाख लोग 18 साल से कम उम्र के हैं. एक करोड़ लोग 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के हैं. 50 लाख लोग 45 साल से अधिक उम्र के हैं. इस हिसाब से दिल्ली में 18 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 1.50 करोड लोग हैं. इन 1.50 करोड लोगों को तीन करोड़ वैक्सीन लगानी है क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन की दो डोज देनी है. इन तीन करोड़ वैक्सीन में से दिल्ली सरकार को अभी तक 40 लाख वैक्सीन मिली है. यानी अभी हमें 2.60 करोड़ वैक्सीन और चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें प्रति माह करीब 80 से 85 लाख वैक्सीन चाहिए. यदि 3 महीने तक हमें वैक्सीन की है खेप नियमित मिलती रहे तो 3 महीने के अंदर पूरी दिल्ली का वैक्सीनेशन किया जा सकता है.
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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के आसपास जैसे कि गुड़गांव, फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद आदि से भी लोग वैक्सीन लगाने के लिए दिल्ली में आ रहे हैं. इसलिए जितनी वैक्सीन हमने मांगी है उससे भी कुछ अधिक वैक्सीन की आवश्यकता होगी. केंद्र सरकार से हमारी प्रार्थना है कि दिल्ली को उचित मात्रा में वैक्सीन प्रदान की जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए सभी का वैक्सीनेशन किया जाना जरूरी है. मुझे पूरी उम्मीद है कि केंद्र सरकार इस कार्य में हमारी जरूर मदद करेगी.
HIGHLIGHTS
- दिल्ली में कोरोना का सकंट जारी है
- अस्पतालों में ऑक्सीजन से लेकर बेड, दवाईयों तक की किल्लत
- इंदिरा गांधी अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया