देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार देर रात रिंकू शर्मा की घर में घुसकर हत्या कर दी गई, वह 26 साल का था. रिंकू शर्मा बजरंग दल का कार्यकर्ता था और समाजसेवा में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया करता था. पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. ताजा जानकारी के मुताबिक रिंकू शर्मा मर्डर केस की जिम्मेदारी अब क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. रिंकू शर्मा अपने परिवार के साथ मंगोलपुरी में रहता था. रिंकू पश्चिम विहार स्थित एक अस्पताल में बतौर लैब टेक्नीशियन काम करता था.
रिंकू अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए जा रहे चंदा अभियान में सक्रिय था. रिंकू के भाई ने बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा करने की वजह से उसकी हत्या कर दी गई. वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि रिंकू और आरोपियों के बीच खाने की दुकान को लेकर बर्थडे पार्टी में झगड़ा हुआ था. आरोपियों की पहचान मोहम्मद दानिश, मोहम्मद इस्लाम, जाहिद और मोहम्मद मेहताब के रूप में हुई है.
जानकारी के मुताबिक मंगोलपुरी में देर रात ये सभी आरोपी रिंकू के घर में जा घुसे और उसे बाहर निकालकर चाकू मार दिया. चाकू के हमले से वह बुरी तरह से जख्मी हो गया. गंभीर अवस्था में उसे संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन गुरुवार दोपहर उसकी मौत हो गई. मृतक के भाई ने बताया कि बुधवार की रात चारों आरोपी जबरन उसके घर में घुस गए थे. जिसके बाद उन्होंने रिंकू को घर से बाहर निकालकर चाकू से हमला कर दिया. रिंकू पर हमला करने के बाद आरोपी वहां से भाग निकले.
दिल्ली के मंगोलपुरी में हुई इस वारदात ने अब तूल पकड़ लिया है. सोशल मीडिया पर रिंकू को इंसाफ दिलाने की मांग तेज हो गई है. राम भक्त रिंकू की हत्या से गुस्साए लोगों ने शुक्रवार को मंगोलपुरी में कैंडल मार्च निकाला. इसके अलावा रिंकू शर्मा के घर पर नेताओं का आना-जाना लगा हुआ है. दिल्ली पुलिस के डीसीपी चिन्मय बिसवाल ने बताया कि वे रिंकू की हत्या की कई एंगल से जांच करेंगे.
HIGHLIGHTS
- क्राइम ब्रांच करेगी रिंकू शर्मा मर्डर केस की जांच
- बुधवार को हुआ था हमला
- गुरुवार दोपहर रिंकू ने अस्पताल में तोड़ दिया था दम
Source : News Nation Bureau