दिल्ली में कोरोना वायरस के कारण मौत के मामले तेजी से आगे बढ़ने लगे हैं. हालत यह है कि शवदाहगृहों में लाशों के ढेर लगने लगे हैं. सीएनजी से चलने वाले शवदाहगृहों में शव करने की जगह नहीं बच रही है. इसी को देखते हुए म्युनिसिपल कॉरपोरेशन द्वारा चलाए जा रहे चार शवदाह गृहों ने कोविड -19 के शवों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी का उपयोग करना शुरू कर दिया है.
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सीएनजी के तीन शवदाहगृह खराब
दरअसल दिल्ली में सीएनजी से चलने वाले छह शवदाहगृह मौजूद हैं. इनमें से चार शवदाहगृह खराब थे. एक शवदाहगृह को बुधवार को ठीक कर लिया गया. अब भी तीन शवदाहगृह खराब हैं. यमुना के किनारे निगमबोध घाट के कर्मचारी ने कहा कि उन्हें अन्य तीन शवदाह गृहों की मरम्मत में कम से कम दो महीने लगेंगे. इसके बाद कोविड-19 (Covid19) रोगियों के शवों के दाह संस्कार के लिए लकड़ी का उपयोग करने की इजाजत दे दी गई.
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इन जगहों पर होगा लकड़ी से दाह संस्कार
कड़कड़डूमा, निगमबोध घाट, रानी झांसी रोड और पंजाबी बाग में चार श्मशान घाट को अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी का उपयोग करने का निर्देश दिया. इससे पहले उत्तर, दक्षिण और पूर्वी दिल्ली के म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ने कहा था कि कोविड-19 संक्रमित या संदिग्धों की मौत पर उनका अंतिम संस्कार सीएनजी शवदाह गृह में होगा.
Source : News Nation Bureau